स्कूल शिक्षा विभाग की योजना,छूटी पढ़ाई, बढ़े लर्निंग लॉस को रोकने के लिए बनाया पढ़ाई का नया फार्मूला
एकेडमिक कैलेंडर में किया बदलाव
शिवलाल यादव
रायसेन।पिछले दो साल के दौरान छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हुई। छात्रों में लर्निंग लॉस भी बढ़ा। अब इसकी पूर्ति के लिए स्कूल शिक्षा विभाग पढ़ाई का नया ब्लूप्रिंट तैयार कर स्कूलों में अमल में लाने की तैयारी कर रहा है। रायसेन जिले के हर सरकारी स्कूल में इसका क्रियान्वयन किया जाएगा। विभिन्न शैक्षिक सामग्री के उपयोग हेतु नए सिरे से एकेडमिक कैलेण्डर तैयार किया गया है, जिसे कक्षा पहली से 8 वीं तक में लागू किया जाएगा।
40 फीसदी तक छूटी हैबिट….
वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते 30 से 40 फीसदी छात्रों में रीडिंग हैबिट का लॉस हुआ है। कई छात्र ऑनलाइन कक्षाओं से भी नहीं जुड़ सके।जिसके चलते उनमें लिखने-पढ़ने की आदत कम हुई है। इसे देखते हुए राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल इस तरह का बदलाव कर रहा है।
बूस्टर पीरियड लगेगा…
कक्षा पहली ब से आठवीं तक स्कूलों में पढ़ाई का विभाजन कर दिया गया है। कक्षा 1 एवं दूसरी में मिशन अंकुर के माध्यम से एफएलएन बेस स्टडी, टेक्स्ट बुक बेस्ड लर्निंग की जाएगी। इसी तरह कक्षा 3 से कक्षा 8 वीं बमें पूर्णकालिक दक्षता उन्नयन प्रोग्राम का क्रियान्वयन होगा। इसमें एन वन आधारित ब्रिज मटेरियल एवं छात्रों की दक्षताओं को बढ़ाने के लिए बूस्टर पीरियड लगाया जाएगा। नवम्बर से ’ एट – ग्रेड ’ आधारित शिक्षण कार्य होगा, जिसमें 60 फीसदी पढ़ाई कक्षा शिक्षण तथा 40 फीसदी प्रोजेक्ट कार्य होगा।कोविड के चलते छात्रों की रीडिंग हेबिट प्रभावित हुई।जिसके कारण लर्निंग लॉस बढा है। इसे खत्म करने के लिए नए सिरे से स्टडी प्लान पर फोकस किया जा रहा है, ताकि पढ़ाई के प्रति शिक्षक और छात्र का अटैचमेंट ज्यादा हो सके।
सीबी तिवारी, जिला परियोजना समन्वयक रायसेन