गंगा दशहरा विशेष..
– ईश्वर से आराधना सदा बनी रहे बेतवा हमारी
बेतवा के सारे सेवादार आज के भागीरथ हैं और जीवनदायिनी को सदानीरा और प्रदूषण से मुक्त करने के लिए आगे आना चाहिए, नदियों से ही हमारा जीवन और अस्तित्व बचा हुआ है-मनोज पांडे
विदिशा। बेतवा पर कार्य करने वाले सारे सेवादार आज के भागीरथ हैं और सभी के कंधों पर अपनी जीवनदायिनी को बचाने की जिम्मेदारी भी है उक्त उद्गार मुक्ति धाम सेवा समिति के सचिव पर्यावरणविद मनोज पांडे ने गुरुवार को गंगा दशहरा के पावन पर्व पर आयोजित कार्यक्रम में कहें। गौरतलब है कि गुरुवार को गंगा दशहरा का पावन पर्व मुक्ति धाम सेवा समिति द्वारा मनाया गया। इस अवसर पर संस्था सचिव मनोज पांडे ने कहा कि गंगा दशहरा उस धार्मिक मान्यता का पर्व है जब ऋषि भागीरथ ने अपनी कठोर तपस्या के बाद स्वर्ग से मां गंगा को अवतरित किया था और उन्हीं की कृपा से हम पितरों का तर्पण और उनके मोक्ष का मार्ग खोजते हैं। उन्होंने आगे कहा कि पद्म पुराण में वर्णित जीवनदायिनी मां वेत्रवती भी हमारी गंगा स्वरूपा है इनके सदानीरा एवं प्रदूषण मुक्त रखने के लिए हम सबको कंधे से कंधा मिलाकर काम करना चाहिए, क्योंकि अगर पुराणों में वर्णित नदियों को हम नहीं बचा पाए तो हमारे जीवन एवं अस्तित्व पर प्रश्न खड़ा हो जाएगा। हम सभी को चाहिए कि हम जीवनदायिनी को हरदम सदानीरा बनाने के लिए उसमें प्रदूषण ना करें।
संस्था सचिव मनोज पांडे के मुताबिक नदियों पर हमारी संस्कृति विकसित होती है और अगर यही ना बची तो हमारी संस्कृति और परंपराओं के नुकसान के भागीदार भी हम ही होंगे इसलिए जरूरी है कि आज के भागीरथ बने रहें। गौरतलब है कि मुक्ति धाम सेवा समिति के द्वारा गंगा दशहरा के पावन पर्व पर पहले मां गंगा का पूजन किया गया उनके सदानीरा बनाए रखने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई एवं विशेष श्रमदान के द्वारा बेतवा से गंदगी बाहर निकाली गई। इस अवसर पर मुक्तिधाम के स्मृति उद्यान में गंगा दशहरा के अवसर पर औषधीय पौधों का रोपण भी किया गया।इस अवसर पर सभी ने संकल्प भी लिया की हम पर्यावरण और नदियों के लिए हरदम तत्परता के साथ सेवा करते रहेंगे। कार्यक्रम के दौरान मुक्तिधाम सेवा समिति के सचिव मनोज पांडे संतोष गुप्ता मोहित राठौर मुकेश कुशवाह सुधीर जैन सत्यम ताम्रकार आदि खासतौर से मौजूद थे।
न्यूज सोर्स-मनोज पांडे सचिव मुक्ति धाम सेवा समिति विदिशा