पूर्व विधायक बोलीं-सिद्धिविनायक में बहू की नार्मल डिलेवरी को सीजर में बदला,बच्चे का सिर अंदर करके कर दिया सीजर
-मेरी जैसी पूर्व विधायक के साथ ऐसा तो गरीब जनता को कैसा लूटता होगा अस्पताल
-मेडिकल कालेज की डॉ शैली ने किया निजी अस्पताल में विवादित सीजर
-सीएमएचओ की करतूत चुपचाप हटा दी गायनिक सेवाओं पर लगी रोक
शिवपुरी से संजय बेचैन
शिवपुरी जिले के सिद्धिविनायक अस्पताल में गायनिक और प्रसूति सेवाओं पर लगाई गई रोक को सीएमएचओ पवन जैन द्वारा चुपचाप खोलने के चंद रोज बाद ही यहां पूर्व विधायक शकुंतला खटीक के बेटे की बहू का मनमाने ढंग से जबरन सिजेरियन आपरेशन किए जाने का सनसनीखेज आरोप सामने आया है। सिद्धिविनायक अस्पताल प्रबंधन की मनमानी को लेकर करैरा की कद्दावर पूर्व विधायक श्रीमती शकुंतला खटीक मीडिया के सामने फूट फूट कर रोई और सिद्धिविनायक अस्पताल प्रबंधन पर लोगों से इलाज के नाम पर पैसों की लूट खसोट के खुलेआम आरोप लगाए। उनका आरोप है कि सिद्धिविनायक अस्पताल में नार्मल प्रसव कराए जाने की बात कह कर जबरन उनकी बहू की सिजेरियन डिलीवरी कर दी गई। पूर्व विधायक एवं भाजपा नेता शकुंतला ने अॅान कैमरा रोते हुए अस्पताल प्रबंधन को आरोपों के कठघरे में खड़ा कर दिया है।
– रोते हुए सुनाई आपबीती-
*पूर्व विधायक ने कहा बच्चे का बाहर निकला सिर अंदर करके कर दिया सीजर*
शिवपुरी
मीडिया के सम्मुख पूर्व विधायक शकुंतला खटीक ने आप बीती बयां करते हुए बताया कि उनकी बहू को नार्मल डिलेवरी होना थी बच्चेदानी से बच्चे का सिर भी बाहर निकल आया था जिसे अंदर करके थैली फोड़कर जबरन सीजर कर दिया गया। उन्होंने घटनाक्रम को सिलसिलेवार बताते हुए कहा कि उनके बेटे कपिल की बहू मधु को डिलेवरी होना थी, तो कपिल ने उनसे कहा कि मम्मी हम सिद्धि विनायक चलते हैं। वहां मेरी पहचान भी है। बकौल शकुंतला हमने डॉक्टर सुनील तोमर से कहा कि हमारी बहू की यह पोजीशन है कि बच्चा नार्मल है, ना बीपी है, ना शुगर है, नार्मल डिलेवरी होना है, अगर आपको पैसा चाहिए तो मुझे मुंह से बोल देना। इस पर वे हमसे कहने लगे आप चिंता मत करो, शाम तक आपको नॉर्मल डिलीवरी हो जाएगी। इधर बहू को प्रसव पीर भी शुरु हो गई थी। उस समय डॉ शैली मैडम उनकी बहू को देख कर चली गई। बाद में इसी बीच गत रात को 3:00 बजे उनकी बहू को ले डिलेवरी कराने के नाम पर उठाकर ले गए और पूछने पर बताया कि मैडम आ गई हैं, डिलीवरी करानी है। शकुंतला ने कहा कि बहू को अंदर ले जाकर देखा तो उसके बच्चे का सिर बच्चेदानी से बाहर निकल आया था यानि डिलेवरी नार्मल होने लगी थी। उन्होंने कहा कि उस बच्चे का सिर बाहर आया तो उसके सिर को डॉक्टर शैली ने जबरन अन्दर कर दिया और हाथ डाल कर थैली भी फोड़ दी। शकुंतला का कहना है कि मैं भी 5 बच्चों की मां हूं, सब समझती हूं। डॉक्टर शैली सेंगर ने वहां मौजूद सिस्टर से कहा कि अंदर ओटी में ले चलो। पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि उनके हावभाव बता रहे थे कि पहले से पूरी भूमिका बना ली थी कि सीजर करना है। उनकी एक नहीं सुनी और नार्मल डिलेवरी को सीजर में बदल दिया। यहां तक कि सीजर के लिए परमीशन लेटर पर भी रजामंदी नहीं ली गई और जब सीजर से बच्ची हो गई तब उनके बेटे से डाक्टर ने कागज साईन करा लिए। शकुंतला इतना सब बताते हुए फूट फूट कर रोने लगी उन्होंने रोते हुए बताया कि सीजर होने के बाद जब उन्होंने डॉक्टर तोमर से कहा कि यह क्या कर दिया तुमने तो नॉर्मल डिलीवरी कराने को कहा था। बकौल शकुंतला खटीक इस पर डॉ तोमर ने अपनी गलती भी स्वीकारी और कहा कि मुझ से गलती हो गई।
*-आत्मा तड़प रही है, जब हमारे साथ यह तो जनता से कैसी लूट होती होगी*
बिलखते हुए पूर्व विधायक शकुंतला ने कहा कि अस्पताल में इतना अत्याचार, ऐसी लूट खसोट देख कर मेरी ऐसी आत्मा तड़प रही है। गांव और मेरे क्षेत्र के गरीब लोग इलाज को आ रहे हैं, जिन पर साधन नहीं है उन्हें कैसे लूटा जा रहा है, जब हम जैसे लोगों के साथ ऐसा हो रहा है तो उनके साथ क्या हो रहा होगा। मैं इस मुद्दे पर पीछे नहीं हटने वाली कलेक्टर से शिकायत करुंगी। मैंने डॉक्टर तोमर को कहा भी कि आप उन मैडम से बोल देते कि नॉर्मल डिलीवरी है तो मेरे साथ ऐसा ना होता। तो डॉक्टर कहने लगे कि मेरी गलती है। आरोपों की इस बौछार के दौरान पूर्व विधायक शकुंतला खटीक ने अपने हैंड पर्स से पैसों की गड्डी निकालकर भी बताई। और कहा कि ऑपरेशन की अगर कोई स्थिति बनती तो मैं पहले ही बोल देती लेकिन बहू की ऐसी कहीं से कहीं स्थिति नहीं थी कि आपरेशन किया जाता, सब इस बात के साक्षी हैं।
*मेडिकल कालेज में डॉक्टर है शैली और सिद्धिविनायक में करती हैं आपरेशन*
शिवपुरी
किसी भी शासकीय चिकित्सक को निजी अस्पतालों में इस तरह ऑपरेशन करना नियमानुसार प्रतिबंधित है। साथ ही साथ यह कृत्य शासन के उस आदेश के उल्लंघन की श्रेणी में भी आता है जिसके तहत इस तरह की प्रेक्टिस पर रोक है।
*सीएमएचओ ने गुपचुप बहाल की गायनिक सेवाएं* –
जिला प्रशासन यहां तमाम अनियमितताओं के बावजूद आश्चर्यजनक ढंग से मौन बना है। यहां बता दें कि पिछले दिनों कथित कन्या भ्रूण हत्या डीलिंग केस के सामने आने के बाद केस दर्ज होने के साथ ही सीएमएचओ डॉ पवन जैन ने आदेश क्रमांक सामान्य/पंजीयन/2021/12275 दिनांक 13 सितम्बर 21 से अस्पताल का पंजीयन क्रमांक एनएच/0158/फेब/2020 दिनांक 3 फ रवरी 2020 को निलम्बित कर दिया था। अस्पताल प्रबंधन की ही मांग पर लोक हित का हवाला देते हुए डॉ पवन जैन ने 4 अक्टूबर को इस अस्पताल को ऑब्सेक्टिक और गायनिक सेवाओं को छोड़कर सशर्त संचालन की अनुमति अपने पत्र क्रमांक
सामा/पंजीयन/2021/13432 दिनांक 4 अक्टूबर 21 के माध्यम से जारी कर दी।
सिद्धिविनायक अस्पताल में स्त्री रोग एवं गायनिक सेवाओं पर सख्ती से रोक लगा दी गई थी। इस रोक पर सीएमएचओ डॉ पवन जैन का तर्क है कि इस रोक को एक माह पूर्व समाप्त कर दिया है।
मुझे जो उस समय जो ठीक लगा वह निर्णय लिया, किसी के भी कुछ भी आरोप लगा देने से कोई फर्क नहीं पड़ता
_डॉ शैली सेंगर
चिकित्सक मेडिकल कालेज_
जो एनपीए नहीं लेते वे प्रायवेट सेक्टर में सेवाऐं देने के लिए स्वतंत्र हैं। निजी प्रेक्टिस से सम्बंधित परमीशन लेने जैसा नियम अभी संज्ञान में नहीं।
_डॉ अक्षय निगम
डीन शिवपुरी मेडिकल कालेज_