मुकेश साहू दीवानगंज रायसेन
पिछले एक सप्ताह से ठंड के कारण लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। शहर से लेकर ग्रामीण इलाके के लोगों की दिनचर्या बदल गई है। शुक्रवार को सुबह होने के बावजूद लोग घर में दूबके रह रहे हैं। व्यवसायिक प्रतिष्ठान के शटर भी देर से खुल रहे हैं। आम आवाम के साथ ही पशु पक्षी भी अपने घोंसले में रहने को मजबूर हो गए। ठंड ने लोगों को घरों में रजाई के अंदर ही रहने को मजबूर कर दिया। किसानी कार्य भी प्रभावित हुए। व्यवसायिक प्रतिष्ठान भी नौ बजने के बाद ही खुल रहे हैं। हर ओर ठंड का आलम कायम है। लोग जरूरी कार्य रहने पर ही घर से बाहर निकल रहे हैं। इक्के दुक्के चाय दुकानों पर ही लोगों की भीड़ देखने को मिली। सुबह के समय पक्षियों की आवाज गुम हो गई है। पशुपालकों को भी भारी समस्याओं का सामना करना पड़ा। पालतु जानवरों को खाने खिलाने में परेशानी हो रही है। ठंड के कारण हाथ पैर काम नहीं कर रहे हैं। वहीं क्षेत्र में तीन दिन से रोज घना कोहरा छा रहा है।
पूरे दिन ठंडी हवाओं ने क्षेत्र में ठंडक बढ़ा दी। पूरे दिन सूर्य के दर्शन नहीं हुए। जिससे दीवानगंज, अंबाडी, सेमरा, बेरखेड़ी चौराहे, बालमपुर, कुलहड़िया, नर खेड़ा, सरार, गिदगड, मुस्काबाद आदि गांव में दिनभर लोग अलाव जला कर हाथ सेकते हुए नजर आए। कस्बा के ग्रामीणों को इस ठंड ने काफी परेशान कर दिया। लोग अपने स्तर से अलाव की व्यवस्था कर उसका सहारा लेते दिखे। इतनी ठंड में भी सुबह के समय छोटे-छोटे बच्चे कांपते हुए स्कूल जाने के लिए निकले।