रायसेन।मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार एवं प्रधान जिला न्यायाधीश तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष श्री अनिल कुमार सोहाने के मार्गदर्शन में 09 नवम्बर को विधिक सेवा दिवस के उपलक्ष्य में 04 नवम्बर से 09 नवम्बर तक न्यायोत्सवः विधिक सेवा सप्ताह का आयोजन किया जाएगा। न्यायोत्सवः में जागरूकता कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित की जाएगी जिसमें जिला जेल, वृद्धाश्रम, बाल सम्प्रेक्षण गृह, श्रमिक बस्तियों में विधिक जागरूकता शिविर, बाइक रैली, मैराथन व विधिक जागरूकता प्रदर्शनी आदि आयोजन किया जाएगा।
न्यायोत्सवः विधिक सेवा सप्ताह का शुभारंभ सोमवार को प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष श्री सोहाने द्वारा बाईक रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। बाईक रैली जिला न्यायालय परिसर से प्रारंभ होकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय, रॉयल गार्डन, कलेक्ट्रेट कार्यालय, शीतल सिटी के सामने से होते हुए गोल्डन सिटी, कान्वेंट स्कूल, ऑक्सीजन पार्क, जिला न्यायालय, तहसील कार्यालय, नगर पालिका कार्यालय, सागर भोपाल तिराहा से वापिस होकर जिला न्यायालय परिसर में समाप्त हुई। शुभारंभ कार्यक्रम में विशेष न्यायाधीश श्रीमती ऊषा गेडाम, जिला न्यायाधीश श्री सचिन जैन, श्री राजीव राव गौतम, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायसेन, श्री महेश कुमार माली द्वितीय जिला न्यायाधीश रायसेन, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री राजेन्द्र सिंह शाक्या, न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री मनीष अनुरागी, सुश्री रेणुका बारिया, श्री संचित अस्थाना, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री कमलेश कुमार सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
बाईक रैली में पुलिस विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, जिला न्यायालय एवं जिला प्राधिकरण के अधिकारी-कर्मचारी, अधिवक्तागण, लीगल एड डिफेंस काउंसिल्स, जिला प्राधिकरण के पैरालीगल वालेंटियर्स, विभिन्न एनजीओं के सदस्य आदि सम्मिलित हुए। बाईक रैली पश्चात जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सभागृह में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें श्री राजीव राव गौतम जिला न्यायाधीश एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा उपस्थित प्रतिभागियों को न्यायोत्सवः विधिक सेवा सप्ताह के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। साथ ही नालसा एवं सालसा की योजनाओं से अवगत कराया गया।
जिला जेल में विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
न्यायोत्सवः विधिक सेवा सप्ताह के सोमवार को जिला जेल रायसेन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा गठित टीम द्वारा विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें जेल में निरूद्ध बंदियों को उनके अधिकारों के संबंध में जानकारी प्रदान करते हुए प्रत्येक बंदी को प्रदत्त विधिक सहायता मामलें की प्रगति से अवगत कराया गया।