देवेन्द्र तिवारी साँची रायसेन
बसस्टैंड परिसर मे नवनिर्मित सडक ऊंची निर्मित होने से शेष नीचले हिस्से को दुकानदारो ने नगर परिषद प्रशासन को मौखिक एवं लिखित दुकानों मे पानी भरने की आशंका जताई थी परन्तु जिद्दी प्रशासन अपनी जिद पर अडा रहा आखिर कार बारिश होते ही पानी निकास न होने से जब दुकानों मे पानी भर गया तब प्रशासन नींद से जागते हुए आननफानन मे सडक ठेकेदार को बुलाया एवं नवनिर्मित सडक की कटिंग कराकर पानी निकासी का कार्य शुरू हुआ।
जानकारी के अनुसार नगर के बसस्टैंड परिसर मे वर्षों पुरानी सडक की मांग पूरी हुई तथा ठेकेदार द्वारा आननफानन मे सडक निर्माण किया इस निर्माण के चलते इस क्षेत्र मे शेष रहा क्षेत्र नीचा हो गया तब दुकानदारों ने जनप्रतिनिधियों सहित प्रशासन मे बैठे लोगों को बारिश का पानी निकासी न होने से दुकानों मे भरने की संभावना जताई थी तथा दुकानदारों ने पानी निकासी व्यवस्था को लेकर जनप्रतिनिधियों सहित प्रशासनिक अधिकारियों को मौखिक एवं लिखित आवेदन देकर पानी निकासी व्यवस्था जुटाने की मांग की परन्तु जिद्दी प्रशासन ने समस्या को गंम्भीरता से न लेते हुई अनसुनी कर दी तथा जैसे ही बारिश.शुरू हुई लोगों की दुकानों मे पानी भर गया तथा निर्माण से शेष बचे भाग ने तालाब का रूप ले लिया जिससे लोगों को आने जाने वाली समस्याओं से जूझने मजबूर होना पडा जब जोरशोर से पानी निकासी की मांग उठने लगी तब जाकर प्रशासन की नींद टूटी तथा आननफानन मे निर्माण ठेकेदार को बुलाया तथा लाखों रुपये से तैयार सडक की कटिंग कराकर उसमें पाइप डालने की प्रक्रिया शुरू की गई ।परन्तु निर्माण होते समय इस कार्य को मांग करनै के उपरांत समाधान क्योंकि नही किया गया नगर मे चर्चा का विषय बना हुआ है ।बताया जाता है यह सडक निर्माण लगभग 35 लाख रुपये की अधिक लागत से तैयार किया गया तथा उसकी कटिंग शुरू हो चुकी तब यह निर्माण समय से पहले धराशायी होने की चर्चा चल पडी हैं