– कोलारस में युवक के अंधेकत्ल का खुलासा
– पुलिस ने पकड़े दो आरोपी
शिवपुरी से रंजीत गुप्ता
शिवपुरी की कोलारस पुलिस ने एक अंधे कत्ल का पर्दाफाश किया है। इस अंधे कत्ल का खुलासा करते हुए पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ा है। पकड़े गए आरोपी मृतक के दोस्त निकले हैं। इन दो आरोपियों ने अपने साथी की हत्या इसलिए कर दी थी कि दोस्त ने इन दो आरोपियों की चोरी का खुुलासा अपने मालिक दुकानदार से कर दिया था।
कोलारस पुलिस ने बताया कि बीते 26 अप्रैल को फरियादी रामप्रसाद पाल नि0 भडौता चक ने बताया कि मेरा लडका हरभजन खरई वाले के यहां किराने की दुकान पर कोलारस में काम करता था जो लौटकर नहीं आया। सुबह पता चला कि मेरे लडके हरभजन की लाश भडौता चक रोड पर खन्ती में लटके पेड की डाल से रस्सी से फांसी लगी लटकी है। पुलिस ने रिपोर्ट पर से मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
इस अंधे कत्ल को लेकर पुलिस ने छानबीन शुरू की और
विवेचना के दौरान साक्ष्य के आधार पर खरई के एक किराने की दुकान पर पूर्व में मृतक के साथ काम करने वाले कर्मचारियों से पूछताछ की गई तो उनमें से पूर्व के दो कर्मचारियो ने पूछताछ में जुर्म कबूल करते हुए बताया कि हम दोनों खरई वाले के यहां किराने की दुकान पर कोलारस में काम करते थे हम दोनों के साथ में ग्राम भडौता का हरभजन पाल भी काम करता था । जिसने हम दोनों की दुकान में चोरी करने की शिकायत दुकान मालिक से कर दी थी जिससे दुकान मालिक ने हम दोनों को काम से हटा दिया था जिससे हमें कहीं काम नहीं मिल रहा था इसलिए हरभजन को ठिकाने लगाने की योजना बनाई।
इसके बाद 25 अप्रैल को दोनों आरोपियों ने भडौता रास्ते पर मस्जिद के पास पुलिया पर पहुंचे वहीं रास्ते में उन्हें हरभजन पाल अपनी सायकल से घर जाते मिला। यहां पर हरभजन को रोककर शराब पी। इसके बाद उसकी साईकिल वहीं रखवा दी और एक लड़की से मिलवाने का लालच देकर उसे बाइक पर बिठाकर ले गए।
इसके बाद भडौता चक रोड पर लेकर एक रस्सी निकाल कर उसके गले में रस्सी का फंदा डालकर हरभजन को खन्ती में कटे पेड की डाल पर लटका दिया। इससे उसकी मौत हो गई। बाद में दोनों आरोपियों ने हरभजन का मोबाईल निकाल कर वहां से भाग आए और जगतपुर के पास एक कुआ में हरभजन का मोबाईल फैंक दिया था जिसे उक्त दोनों की निशादेही पर कुएं में से बरामद किया गया तथा मृतक की सायकल भी भडोता रोड मस्जिद के पीछे से जप्त की गई। इस हत्याकांड में पकड़े गए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया।
इस अंधे कत्ल का खुलासा करने एवं आरोपियो की गिरफ्तारी करने मे निरीक्षक आलोक सिंह भदौरिया, श्याम सिंह जादौन, रूपेश शर्मा, रामसिंह भिलाला, शत्रुघ्न सिंह भदौरिया , दिलीप सिंह , प्रभजोत सिंह, नाहर सिंह, बलराम मोगिया की महत्वपूर्ण भूमिका रही।