रमजान के आखिरी जुमा पर मसजिदों में नमाजियों की उमड़ी भीड़
-सलामतपुर ईदगाह पर सुबह 7:30 पर होगी ईद की नमाज़
सलामतपुर रायसेन से अदनान खान की रिपोर्ट।
रमजान के आखिरी जुमा पर शुक्रवार के दिन सलामतपुर, दीवानगंज, बेरखेड़ी चौराहा, सांची सहित आसपास क्षेत्रों की मसजिदों में नमाजियों की भीड़ उमड़ पड़ी। मसजिदों के बाहर और छतों पर भी नमाज पढ़ने की व्यवस्था की गई। जामा मस्जिद के पेश इमाम नसीम अहमद ने जुमे की तकरीरों में रोजा, फितरा, जकात के संबंध में जानकारी दी। और ईद की नमाज़ का समय तय किया गया। सलामतपुर ईदगाह में सुबह साढ़े सात बजे ईद की नमाज़ अदा की जाएगी। नमाज के बाद देश और दुनिया में खुशहाली, भाईचारे और अमन चैन की दुआ कराई गई। जुमा तकरीरों में कहा गया कि रमजान के महीने के दौरान रोजेदारों में भूख, प्यास समेत हर तरह की सख्ती बर्दाश्त करने की आदत हो जाती है। रमजान का मकसद यह है कि लोग दूसरों की तकलीफों को समझें। लोग दूसरों की मदद अपने सामर्थ्य के अनुसार करते रहें जिससे कोई भी जीवन के लिए जरूरी चीजों से वंचित न रहे। लोग फितरा-जकात जरूर निकालें। पेश इमाम ने इसकी अहमियत बताई। उलेमा ने बताया कि यदि आपका रिश्तेदार गरीब हो और वह शर्म की वजह से अपनी तकलीफ न बताता तो हो तो अन्य तरह से उसकी मदद करें। नेक-नीयती जरूरी है। वहीं फितरा ईद की नमाज से पहले दें। और लोगों से कहा गया कि जिस तरह रमजान में इबादत की है उसी तरह पूरे साल करें।