रामभरोस विश्वकर्मा, मंडीदीप रायसेन
चिकलोद रेंज की मोजमपुरा वन भूमि पर लगभग 3 महीने पहले हुई कार्यवाही में खाना पूर्ति की गई।जिसके तुरंत बाद ही दलाल सक्रिय हो गए और ईट से पक्के मकान एक दिन में ही बनने लगे दलालों ने 50 हजार से एक लाख तक रूपये में वन भूमि को बेंच दिया।ये दलाल इतने सक्रिय है।की सुबह 10 से रात 8 बजे तक इनका डेरा मोजमपुरा में ही रहता है।जिसके कारण वन भूमि पर यह आसानी से कब्जे कराए जा सके।
कब्जा कराने के बाद मकान बनवाने लाइट कनेक्शन बिजली कनेक्शन की दी जाती है गारंटी
वन भूमि मोजमपुरा में कब्जा कराने वाले दलाल कब्जा करवाने के साथ ही मकान बनवाने बिजली कनेक्शन और पानी के कनेक्शन की भी गारंटी लेते है।ओर मकान न टूटेगा इसकी भी गारंटी लेते है।आपको बता दे की अधिकारियों से सांठ गांठ करके रखने वाले ये वो दलाल है।जो अधिकारियों के संपर्क में रहते भी है।ओर खुलेआम कब्जे कराने का दम भरते दिखाई नजर आते है।यह दलाल 50 हजार से 1 लाख रुपए लेकर कब्जा कराते है।
वन भूमि पर बने पक्के मकान बनाना नियमो के विरुद्ध फिर भी बन रहे टूटने के बाद दलालों के चेहरे होंगे बेनकाब
आपको बता दे की जिस प्रकार से वन भूमि पर दलाल कब्जे करा रहे है।ओर अब जब अवैध कब्जे को लेकर डिप्टी रेंजर को निलंबित कर दिया गया है।ओर जल्द ही पक्के मकान को तोड़ा जाएगा 20 से 25 पक्के मकान टूटने के बाद दलालों की गारंटी और दलालों के चेहरे बेनकाब हो जायेंगे।तब जनता को पता चलेगा की इनकी हकीकत क्या है।इसके बाद इनका वन भूमि पर कब्जा कराने वालो से भरोसा उठ जायेगा।इनकी गारंटी की हवा निकल जायेगी की।जो ये बोलते है। वो कोरा झूठ है।
जानकारो से मिली जानकारी के अनुसार अधिकारियों से सांठ गांठ की बात बनाकर करते है अवेध वसूली
आपको बता दे की ये को दलाल इतने सक्रिय और चालक होते है।ये खुलेआम कब्जा कराने वालो से वन अधिकारियों से सांठगांठ के नाम पर मोटी रकम वसूल करते दिखाई नजर आते है।