सिलवानी रायसेन से देवेश पाण्डेय
नागरिकों ने तहसील में एकत्रित होकर वन विभाग की वन संपदा बचाने की कार्यवाही की सराहना एवं वन माफियाओ पर कठोर कार्यवाही करने को लेकर नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार लालजीराम वर्मा को ज्ञापन सौप कर सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाने, वन माफियाओं एवं सरकारी कर्मचारियों पर हमला करने वालो पर कठोर कार्यवाही करने की मांग की गई।
ज्ञापन में उल्लेख किया है कि बीते दिनों सिलवानी में वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों के साथ मुस्लिम समुदाय के 200-300 लोगो द्वारा वन अमले की लकड़ी चोरी को रोकने की कार्यवाही के दौरान सुनियोजित योजना के साथ हथियारों से हमला किया गया एवं मारपीट की गई । उक्त घटना में वन अमले का ड्राइवर गम्भीर रूप से घायल है जिसे प्राथमिक उपचार के बाद राजधानी भोपाल रेफर कर दिया गया है एवं अन्य वन अमले के लोग घायल है।
सिलवानी क्षेत्र की सागौन की अलग ही पहचान है, जिसे तथाकथित वनमाफ़िया उजाड़ रहे है, क्षेत्र के जंगल को रेगिस्तान जैसा बनाने पर उतारू है। वन परिक्षेत्र अधिकारी के पद पर जबसे रवीन्द्र पाटीदार पदस्थ हुए है तब से लगातार वन माफियाओं पर ताबड़तोड़ कार्यवाही की जा रही है जिससे वह वनमाफ़िया उनकी जान का दुश्मन बन गया है और शनिवार को सुनियोजित तरीके से 5 से 7 मिनट में 200 से 300 लोग हथियारो के साथ वन विभाग की टीम पर हमला करते है।
सिलवानी एक संवेदनशील क्षेत्र है आये दिन एक विशेष समुदाय के द्वारा यहाँ उपद्रव किया जाता रहा है वन संपदा को अवैध रूप से बड़े स्तर पर इस समुदाय द्वारा नुकसान पहुंचाकर व्यापार किया जाता है, जिससे आने वाली मोटी रकम से देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम दिया जाता है। एवं नगर परिषद क्षेत्र में बेगम नदी बाल्मीकि भवन के पास, वन विभाग कार्यालय के पास पंचपीर पर वन भूमि तथा अन्य सरकारी राजस्व, वन विभाग की भूमि पर भूमाफियाओ का कब्जा है इसे भी हटा कर तत्काल वैधानिक कार्यवाही की जावे। उक्त घटना को संज्ञान में लेकर उक्त घटना में लिप्त लोगो पर कठोर कार्यवाही के निर्देश पारित करें। और वन परिक्षेत्र अधिकारी रवीन्द्र पाटीदार को सुरक्षा और अधिकार देकर वन माफियाओं के खिलाफ नगर में चल रहे अवैध फर्नीचर व्यवसाय की सघन तलाशी कर कठोर कार्यवाही की जावे।
एवं वन भूमि को वन माफियाओं से मुक्त कराने की मांग की गई।