उज्जैन से हेमेंद्रनाथ तिवारी
एक ही परिवार के तीन लोगों के सनसनीखेज हत्याकांड मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिन्होंने पैसों के लेनदेन में सूदखोरी का धंधा करने वाले नागर परिवार के तीन सदस्यों की बेरहमी से हत्या कर दी। पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ला ने पत्रकार वार्ता में सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा किया। सूदखोरी से बचने के लिए दरिंदों ने एक पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दिया। एक बाप बेटे सहित उनकी बजुर्ग माँ की गला रेत कर हत्या कर दी।
दरअसल उज्जैन की इंगोरिया पुलिस को 11 अप्रैल की शाम सूचना मिली थी के चंबल नदी नदी किनारे बुरानाबाद के समीप एक नाले में दो लोगों की लाशें पड़ी है। सूचना मिलते ही हरकत में आई पुलिस जब मौके पर पहुंची दो लोगों की तीन से 5 दिन पुरानी लाशें बरामद हुई। मृतकों के पास पुलिस को एक मोबाइल भी मिला यही मोबाइल इस सनसनीखेज हत्याकांड के खुलासे में अहम सुराग बन गया।
दरअसल मोबाइल की डायल लिस्ट में जाकर जब पुलिस ने लोगों को फोन लगाना शुरू किया तो पता चला मृतक राजेश नागर और उसका बेटा पार्थ है जो उज्जैन के जीवाजीगंज थाना क्षेत्र के हरीनगर इलाके में रहते हैं। इस पर पुलिस ने उनके घर पर जाकर दस्तक दी तो घर के दरवाजे पर ताला लगा मिला।पुलिस ने आसपास के लोगों से पता किया तो ज्ञात हुआ परिवार के सदस्य चार-पांच दिन से घर पर नहीं है।इस पर पुलिस ताला तोड़कर मकान के अंदर दाखिल हुई तो अंदर का दृश्य देखकर दंग रह गई मकान के अंदर रखी पलंग पेटी से बदबू आ रही थी। पुलिस ने जब पलंग पेटी होली तो उसमें एक बुजुर्ग महिला की लाश मिली जो सड़ने लगी थी आसपास के लोगों से पुलिस को पता पता चला कि मृत महिला इंगोरिया में अपने बेटे के साथ मृत मिले राजेश नागर की मां का है। ऐसे में पुलिस ने विवेचना शुरू की तो पता चला राजेश नागर और उनका बेटा सूदखोरी का धंधा करता था और छोटे-छोटे व्यापारियों को रुपए उधार देकर उनसे ब्याज वसूलता था। जानकारी के आधार पर पुलिस ने ऐसे लोगों को सर्च किया जिन लोगों से राजेश नागर का लेनदेन था तो पता चला कि एक ऑटो चालक जिसका नाम जयराम है पिछले कुछ दिनों से गायब है। ऐसे में पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की तो ऑटो चालक सागर से पकड़ में आया। ऐसे में जब पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की उसने अपने एक अन्य साथी कमल कालोनी निवासी दिनेश के साथ राजेश नागर और उनके बेटे पार्थ नागर सहित मां सरोज नागर की हत्या करने का जुर्म कबूल कर लिया। इस पर पुलिस ने उसके साथी आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया पुलिस अधीक्षक सतेंद्र कुमार शुक्ला के मुताबिक राजेश नागर लोगो को रुपए उधार दे रखे थे ।ब्याज न दे पाने के कारण राजेश नागर लगातार दबाव बनाता था और उनके घर जाकर दादागिरी करता था यह बात दोनों को ठीक नहीं लग रही थी। इसी को लेकर दोनों ने राजेश नागर और उसके बेटे को मौत के घाट उतारने का प्लान बनाया और रुपए देने के बहाने उसे इंगोरिया के समीप अपने ऑटो से ले गए। यही दोनों ने सुनसान इलाके में चाकू से गला रेत कर दोनों बाप बेटों की हत्या कर दी और लाशों को नाले में पटक दिया। बाद में दोनों हरिहर नगर स्थित राजेश नागर के घर आए और उसके घर पर रखें उनके ब्लैंक चेक लेने की कोशिश की जब घर में मौजूद राजेश नागर की माँ ने उन्हें ऐसा करने से रोका तो दोनों ने गला घोट कर राजेश नागर की बुजुर्ग मां सरोज नागर का भी कत्ल कर दिया और उनकी लाश पलंग पेटी में छुपाकर घर के बाहर दरवाजे पर ताला लगाकर फरार हो गए। एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला के मुताबिक आरोपियों से और पूछताछ की जा रही है। इस सनसनीखेज हत्याकांड के खुलासे के लिए पुलिस की चार अलग-अलग टीमें बनाई थी जिन्होंने लगातार जांच कर इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा किया।