शिकायत के बाद भी जिम्मेदारों ने नहीं की कोई दंडात्मक कार्रवाई
शिवलाल यादव रायसेन
तत्कालीन सहकारी बैंक शाखा प्रबंधक समिति प्रबंधक बेगमगंज ने गोलमाल की थी बीमा की राशि
रायसेन। जिले में सहकारिता और सहकारी बैंकों में गड़बडझाले के कई मामले अभी तक अनसुलझे हैं ।कृषक सेवा समिति प्रबंधकों और सहकारी बैंकों के मैनेजर ने लाखों रुपए किसानों और शासन कीमत की राशि गबन कर हडप चुके हैं ।लेकिन जिम्मेदार विभागीय अधिकारियों ने अभी तक ना तो गड़बड़ी करने वाले अधिकारी कर्मचारियों पर कोई जांच वकार्यवाही की और न रिकवरी की राशि वापस ली ।जिससे उनके हौसले बुलंद हैं ।वे जब चाहे वह गबन घोटाले कर लाखों करोड़ों रुपए की राशि गोलमाल कर देते हैं ।ऐसा ही एक मामला तत्कालीन बेगमगंज सहकारी बैंक और बेगमगंज सोसाइटी के प्रबंधकों ने किसानों की फसल बीमा की ₹4लाख रुपये की राशि हेराफेरी कर हड़प ली है। इस गबन के बड़े घोटाले की शिकायत किसानों ने कलेक्टर अरविंद दुबे सहित सहकारिता विभाग के सहायक उपायुक्त पुष्पेंद्र सिंह और कॉपरेटिव बैंक के सीईओ एनयूसिद्दीकी से की है ।इसके बावजूद भी गबन के मामले में अभी तक कोई जांच कार्रवाई क्यों नहीं की गई।वास्तव में यह जांच का और सोचनीय पहलू है यह हाईप्रोफाइल गबन घोटाले का मामला अभी तक उजागर क्यों नहीं किया है ।ऐसा लगता है कि इस गड़बड़ झाले के मामले से जुड़े अधिकारी कर्मचारी किसी राजनीतिक जनप्रतिनिधियों से संबंध रखते हैं ।शायद इसलिए जांच की फाइल कार्यवाही की दिशा में आगे नहीं बढ़ पाई। इस राजनीतिक दबाव के चलते अधिकारी भी इन पर कार्रवाई नहीं कर पाते हैं।ऐसे घोटाललेबाजों के कई मामले हैं ।जो फाइलों में दबे हुए हैं।ऐसा ही महाघोटाले का बड़ा मामला हिनोतिया महलपुर सोसायटी के घोटालेबाज प्रबंधक मनोज दुबे पर भी लाखों करोड़ों रुपए का घोटाले के आरोप हैं ।बताया जाता है कि इन्होंने सोसायटी के लाखों करोड़ों के प्लॉट अपने चहेतों को औने पौने दामों में गुपचुप तरीके से बेच डाले।वहीं खाद बीज सहित अमानत राशि में गबन किए हैं ।अधिकारियों ने उन पर देवनगर थाने में आईपीसी 420 सहित अन्य धाराओं की एफ आई आर दर्ज करा दी है ।आखिर इनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हो सकी ।फिलहाल इस गबन के मामले में भी राजनैतिक पेंच उलझा हुआ है।