बाबा कल्याण दास जी ने कहा इससे बड़ा कोई धर्म नहीं
सुरेन्द्र जैन धरसीवा
दीन दुखियों की सेवा को समर्पित शकुंतला गोपाल फाउंडेशन द्वारा स्थापित अपना घर आश्रम का रविवार को प्रथम स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया परम तपस्वी बाबा कल्याण दास जी अमरकंटक ने कहा कि दीन दुखियों की सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं होता मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है।
अमरकंटक कल्याण आश्रम से पधारे परम तपस्वी बाबा कल्याण जी ने रायपुर के गौड़ी में स्थापित अपना घर आश्रम के संस्थापक शकुंतला गोपाल फाउंडेशन के प्रमुख गोपाल प्रसाद अग्रवाल विजित अग्रवाल को इस पुनीत कार्य के लिए अपना मंगल आशीर्वाद देते हुए कहा कि यहां जिस तरह से प्रभुजनो की सेवा की जा रही है और जिस तरह से जिनका कोई नहीं जो बीमार लाचार बेसहारा हैं उन्हें सहारा दिया जा रहा उनकी सेवा की जा रही यही सच्चा मानव धर्म है।
संथापक गोपाल प्रसाद अग्रवाल ने कहा कि बेसहारा बीमार असहाय प्रभुजनो की सेवा से असीम शांति मिलती है मानव सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं
दो सौ बीमार लाचार असहाय लोगो की हुई सेवा
बीते एक साल में अपना घर आश्रम सेवा सदन में करीब दो सौ बीमार लाचार असहाय लोगो को सहारा देकर उनका समुचित उपचार उनकी समुचित देखभाल कर आश्रम से उन्हें एक नई जिंदगी मिली है यहां उन्हें प्रभुजन नाम से पुकारा जाता है सालभर में संस्था से पूर्ण स्वस्थ्य होकर 50 प्रभुजनो को अपना बिछड़ा हुआ परिवार भी मिला है ।
रविवार को गरिमामय समारोह के साथ अपना घर आश्रम का प्रथम स्थापना दिवस मनाया गया जिसमें बड़ी संख्या में लोगो ने हिस्सा लिया संस्था की ओर से इस अवसर पर सभी अतिथियों का स्वागत ओर प्रतिभोज भी हुआ।