• मां सरस्वती की पूजा अर्चना, छात्रों ने दी विभिन्न प्रस्तुतियां
• कुलपति ने बताई भारतीय संस्कृति में ज्ञान साधना की महत्ता
रायसेन। सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय में बसंत पंचमी के अवसर पर मां सरस्वती की पूजा अर्चना की गई। कुलपति प्रोफेसर वैद्यनाथ लाभ ने ज्ञान की देवी मां सरस्वती की पूजा की। उन्होने छात्रों को ज्ञान पिपासु बने रहने की सीख देते हुए कहा कि ज्ञान कभी व्यर्थ नहीं जाता और जीवनपर्यन्त सीखते रहने वाला बहुत सी सांसारिक समस्याओं से बच जाता है। कुलपति महोदय ने कहा की हमारा देश विश्वगुरु था क्योंकि हमारे पास ज्ञान था, विज्ञान था, चिकित्सा शास्त्र था और हम सभी विधाओं में सबसे उत्तम थे। कुलपति ने छात्रों से किताबें पढ़ने और लिखने का अभ्यास करने को कहा।
बसंत पंचमी पर छात्रों द्वारा नृत्य, गीत, नृत्य नाटिका और गीत प्रस्तुत किए गए। अंग्रेजी विभाग की पीएचडी स्कॉलर सिमरन यादव ने बंसत पंचमी पर अंग्रेजी में कविता सुनाई ।
चित्रकला विभाग ने राजा रवि वर्मा से प्रेरित एक नाटिका प्रस्तुत की। योग विभाग, पुस्तकालय विभाग की छात्राओं ने नृत्य प्रस्तुत किया। कुछ छात्रों स्वरचित गीत एवं कविताएं सुनाई। योग विभाग के डॉ श्याम तिखे ने भी एक गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में कुलसचिव एवं अन्य प्राध्यापक एवं अधिकारी भी उपस्थित रहे। प्रो नवीन मेहता ने धन्यवाद दिया।