सुरेन्द्र जैन धरसीवां
-धरसीवां विधानसभा के मढ़ी गांव में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के समीप प्रस्तावित गौरी गणेश स्पंज आयरन फेक्ट्री का जनसुनवाई में ग्रामीणो ने जमकर विरोध किया….गुपचुप तरीके से रखी गई जनसुनवाई की ग्रामीणो को भनक लगते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण विरोध करने पहुच गए…..स्कूली छात्रा से लेकर साग सब्जी की खेती में मजदूरी करने वाले खेतिहर मजदूर से बड़ी संख्या में पहुचकर विरोध दर्ज
कराए….. ग्रामीणों ने अधिकारियों पर लगाए भी मिलीभगत के आरोप लगाए जन सुनवाई के समय के पहले ही अधिकारियों ने जनसुनवाई समाप्त करने की घोषणा कर जाने लगे थे लेकिन ग्रामीणो के पहुचने ओर उनके जोरदार विरोध को उन्हें सुनना ही पड़ा….धरसीवां विधानसभा के मढ़ी में जिस स्थान पर स्पंज आयरन फैक्ट्री खोली जानी है वहीं से महज 100 मीटर की दूरी पर ही शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भी स्थित है… मढ़ी गांव मे स्थापित होनें वाले गौरी गणेश इस्पात संयंत्र के लिए पर्यावरण मंडल द्वारा इस जनसुनवाई का
आयोजन किया गया था लेकिन गुस्साए ग्रामीणों ने एक स्वर में कंपनी खोलने का जमकर विरोध किया और एनओसी रद्द करने की मांग पर अड़े रहे….मढ़ी में आयोजित इस जनसुनवाई में प्रभावित होने वाले आसपास के दर्जनों गांवों के लोग शामिल हुए और कंपनी प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए किसी भी शर्त पर कंपनी नहीं खोलने जमकर विरोध प्रदर्शन किया…ग्रामीणों ने तीखे स्वर में कहा कि कंपनी गांव से बहुत ही करीब है आसपास के क्षेत्र में प्रदूषण फैलेगा जिससे धूल डस्ट सीधे बस्तियों में आएगी साथ ही इससे इलाके में कृषि कार्य प्रभावित होगा… ग्रामीणों ने स्पष्ट लहजे मे कहा कि जहां पर कंपनी खोले जाने है वहीं पर शासकीय हाई स्कूल भी स्थित है लेकिन पैसे लेकर बैठे जनप्रतिनिधियों को बच्चों के भविष्य की कोई चिंता नहीं हैं,….जनसुनवाई के दौरान गुस्साए ग्रामीणों ने ग्राम के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों पर मिलीभगत और गुपचुप तरीके से जनसुनवाई आयोजित करने का भी आरोप लगाया और तत्काल एनओसी रद्द किए जाने की मांग की… ग्रामीणों ने यह भी बताया कि एनओसी ग्राम सभा के अनुमोदन के बिना आख़िर कैंसे दे दी गई…. विरोध को उग्र होता देख कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा कर तमाम अधिकारी और जनप्रतिनिधि
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पंडाल से निकलकर चले गए….निर्णय से असंतुष्ट ग्रामीणों ने पंडाल के बाहर नारेबाजी करते हुए उग्र विरोध प्रदर्शन भी किया….ग्रामीणों ने गांव के पंच सरपंच पर एनओसी देने का मिलिभगत का आरोप लगाते हुए उनसे इस्तीफा देने की मांग की….सांकरा सिलतरा उरला के ओधोगिक प्रदूषण को देख चुके ग्रामीण किसी भी हालत में अपने गांव को प्रदूषण से बर्बाद होते नहीं देखना चाहते