चैत्र मास को हिंदू धर्म का पहला महीना माना जाता है। इस महीने मां दुर्गा की अराधना की जाती है। हर साल कुल चार नवरात्रि आते हैं। इनमें चैत्र व शारदीय नवरात्रि का विशेष महत्व होता है। इस साल चैत्र नवरात्रि 02 अप्रैल, शनिवार से आरंभ हो रहे हैं। जिसका समापन 11 अप्रैल, सोमवार को होगा। चैत्र महीने में आने वाली नवरात्रि को चैत्र नवरात्रि व शरद ऋतु में आने वाले नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि कहते हैं।
चैत्र नवरात्रि 2022 घटस्थापना शुभ मुहूर्त-
चैत्र प्रतिपदा तिथि पर घट स्थापना की जाती है। इस बार चैत्र नवरात्रि पर घट स्थापना का शुभ मुहूर्त 02 अप्रैल को सुबह 06 बजकर 10 मिनट से 08 बजकर 29 मिनट तक है। ऐसे में घटस्थापना का शुभ मुहूर्त 02 घंटे 18 मिनट तक का है।
चैत्र नवरात्रि में मकर राशि में शनि व मंगल ग्रह साथ रहेंगे। शनि व मंगल ग्रह का योग पराक्रम में वृद्धि करेंगे। इससे कार्य में सफलता व मनोकामना पूर्ति के योग बनेंगे। चैत्र नवरात्रि के दौरान कुंभ राशि में गुरु व शुक्र साथ रहेंगे। मीन में सूर्य, बुध के साथ, मेष में चंद्रमा, वृषभ में राहु, वृश्चिक में केतु विराजमान रहेंगे।
चैत्र नवरात्रि पर बन रहे ये शुभ योग-
चैत्र नवरात्रि पर रवि पुष्य नक्षत्र के साथ सर्वार्थ सिद्धि व रवि योग का शुभ योग बन रहा है। सर्वार्थ सिद्धि योग का संबंध मां लक्ष्मी से होता है। माना जाता है कि इस योग में किए गए कार्य का आरंभ में सफलता हासिल होती है। रवियोग में समस्त दोषों से मुक्ति मिलती है। मान्यता है कि इस योग में किए गए कार्यों का फल शीघ्र मिलता है।