मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उदयपुरा में 5839 करोड़ रू की चिनकी बौरास बराज संयुक्त परियोजना का किया भूमिपूजन
मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना एक सामाजिक क्रांति है- मुख्यमंत्री श्री चौहान
-क्षेत्र की तस्वीर और किसानों की तकदीर बदलेगी चिनकी बौरास बैराज संयुक्त परियोजना
-रायसेन सहित तीन जिलों की तीन लाख 26 हजार एकड़ भूमि में होगी सिंचाई
रायसेन।खेती के लिए पानी की जरूरत होती है। मैं इसी कोशिश में था कि ऐसी योजना बनाई जाए जिससे क्षेत्र की तस्वीर और किसानों की तकदीर बदल जाएं और चिनकी बौरास बराज संयुक्त परियोजना यह काम करेगी। यह छोटी परियोजना नहीं है। पांच हजार 839 करोड़ 32 लाख रू की परियोजना है और रायसेन जिले के 240 गॉव की एक लाख 77 हजार एकड़ भूमि में सिंचाई होगी। नरसिंहपुर जिले के 152 गॉव में 97 हजार एकड़ भूमि में सिंचाई होगी। नर्मदापुरम जिले के 60 गॉवों में 52 हजार एकड़ भूमि में सिंचाई होगी। कुल तीन लाख 26 हजार एकड़ भूमि में सिंचाई होगी। यह बात मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने उदयपुरा में आयोजित कार्यक्रम में 5839 करोड़ रू लागत की चिनकी बौरास बराज संयुक्त परियोजना का भूमिपूजन करते हुए कही।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि उदयपुरा, देवरी, बरेली बचपन से मेरी कर्मभूमि रही है। क्षेत्र के विकास के लिए बचपन से पद यात्राएं, साईकिल यात्राएं, आंदोलन किए हैं। किसानों की खेती अगर सिंचित होगी तो हमारा उदयपुरा, बरेली, देवरी, नरसिंहपुर यह फसलों के उत्पादन पंजाब, हरियाणा को पीछे छोड़ देगा। उन्होंने कहा कि नदी निचले स्थल पर हो और नहर ऊपर हो तो पानी खेतों तक कैसे पहुंचे, यह बड़ी समस्या होती है। इसलिए नहर से अगर पानी सीधे खेतों तक नहीं जा सकता तो पाईप लाईन बिछाकर मोटर से पानी खींचकर किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए योजना बनाई है। उन्होंने नागरिकों से कहा कि आज लगभग 06 हजार करोड़ रू लागत के विकास कार्यो का भूमिपूजन, लोकार्पण किया गया है। जितने विकास के काम सरकार ने किए हैं, वह किसी ओर सरकार ने नहीं किए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पहले बूंद-बूंद के लिए तरसते थे। माताएं-बहनें हैण्डपम्प, कुओं पर लाईन लगाकर पानी भरते थे। हमने निश्चय किया कि माताओं-बहनों को परेशान नहीं होने देंगे। अब गॉवों में भी हर घर में टोंटी खोलते ही पानी आ जाता है। पहले उदयपुरा से भोपाल जाने में सुबह से शाम हो जाती थी और अब कुछ घण्टे में ही पहुंच जाते हैं। उन्होंने कहा कि विकास के साथ-साथ जनता का कल्याण भी हमारी प्राथमिकता है। हम सरकार नहीं चलाते, हम परिवार चलाते हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गरीब बहनों को सौ रू की जरूरत होने पर भी हाथ फैलाने पड़ते थे। कई बार मन मारकर रह जाती थी। इसलिए मैंने तय किया कि छोटी जरूरतों के लिए बहनों को हाथ ना फैलाना पड़े, इसके लिए मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना शुरू की है। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना एक सामाजिक क्रांति है, यह बहनों का जीवन बदलने का अभियान है। महिलाओं के सशक्तिकरण में यह योजना महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। लाड़ली बहनों के बैंक खाते में जून माह से हर महीने एक-एक हजार रू की राशि जमा की जा रही थी और अब बढ़ाकर 1250 रू कर दिए हैं। आगे बढ़ाकर 1500, फिर 1750, फिर और धीरे धीरे बढ़ाकर तीन हजार रू महीने लाड़ली बहनों को दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बहनों की जिंदगी बदलने के लिए वह मुख्यमंत्री बने हैं। इसके लिए वह लगातार काम करते जा रहे हैं। बहनों को रसोई गैस के सिलेण्डर भी 450 रू में मिलेगा, बाकी राशि शिवराज भैया जमा करेगा। उन्होंने कहा कि सभी को पक्का मकान चाहिए। प्रधानमंत्री आवास योजना में कई जरूरतमंद के नाम छूट गए, उनके लिए लाड़ली बहना आवास योजना शुरू की है। कोई गरीब बिना मकान के नहीं रहेगा, सबका मकान बनेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत किसानों को पहले चार हजार रू मिलते थे, अब हर साल 06 हजार रू मिलेंगे। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के भी 06 हजार रू मिलेंगे। इस प्रकार अब किसानों को हर साल 12 हजार रू मिलेंगे। गरीब और किसान के बेटा-बेटी भी आगे बढ़े, इसके लिए बच्चों को शिक्षा हेतु प्रोत्साहित करने के लिए अनेक योजनाएं शुरू की गई हैं। बारहवीं कक्षा में स्कूल में टॉप करने वाले बच्चों को स्कूटी दी जा रही है। अगले साल बारहवीं में 60 प्रतिशत नम्बर लाने वाले बच्चों को भी लैपटॉप मिलेगा। साथ ही बारहवीं में फर्स्ट, सेकेण्ड और थर्ड आने वाले बच्चों को स्कूटी मिलेगी। इसके अलावा मेडीकल, इंजीनियरिंग, आईआईटी, आईआईएम सहित उच्च शिक्षा के लिए बच्चों का चयन होने पर फीस शिवराज मामा भरेगा। इसके अलावा मेडीकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई अब हिन्दी में भी होगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लाड़ली बहना सेना की महिलाओं से संवाद भी किया।
तीन नगर पंचायतों को दो-दो करोड़ रू स्वीकृत किए
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि देवरी में कॉलेज खोला जाएगा। बरेली नगर पंचायत अब नगर पालिका बनाई जाएगी। उदयपुरा में भी एसडीएम बैठेंगे। उन्होंने देवरी, बरेली और उदयपुरा नगर पंचायत में दो-दो करोड़ रू की राशि भी स्वीकृत की है। मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा अनेक योजनाओं के हितग्राहियों को हितलाभ भी वितरित किए गए।
चिनकी बौरास बराज संयुक्त परियोजना से लाभान्वित होने वाले उदयपुरा क्षेत्र के सभी 240 गॉवों से महिलाओं द्वारा कार्यक्रम स्थल पर कलश भरकर लाए गए, जिनका मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा पूजन किया गया।
कार्यक्रम में सांसद श्री राव उदय प्रताप सिंह ने कहा कि इस क्षेत्र को विकसित क्षेत्र बनाने और मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य से निकालकर साधन सम्पन्न बनाने का काम मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान किया है। आज हमारे मध्यप्रदेश के विकास की गति पूरे देश में शोध का विषय है। प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को दूसरे राज्यों ने अपने यहां लागू किया है। उन्होंने क्षेत्र की जनता की ओर से मुख्यमंत्री श्री चौहान का आभार भी व्यक्त किया।
केबीनेट मंत्री दर्जा प्राप्त राज्य स्तरीय दीनदयाल अंत्योदय कार्यक्रम समिति के अध्यक्ष तथा सिलवानी विधायक श्री रामपाल सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जननायक हैं। उनके नेतृत्व में मध्यप्रदेश बीमारू और पिछड़े राज्य से निकलकर आज विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उदयपुरा क्षेत्र के विकास में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। उदयपुरा क्षेत्र को पहले कालापानी क्षेत्र कहा जाता था। यहां सड़क, बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं भी नहीं थी। लेकिन जब हमारे जननायक मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी ने मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभाली, तब उन्होंने उरिया में जलप्रदाय योजना बनाकर 105 गांव में नर्मदा मैया का जल पहुंचाया। गॉव-गॉव में पेयजल पहुंचाकर माताओं-बहनों की परेशानी दूर करने का काम किया है। इसके अलावा देवरी को नगर परिषद और तहसील बनाने का काम किया। उदयपुरा में एसडीएम की मांग लम्बे समय में थी, जिसे मुख्यमंत्री जी ने पूरा किया है। विजनहाई में 132 केवी का सब स्टेशन बनवाया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज भी 5839.32 करोड़ रू की सौगात दी है जिससे रायसेन जिले की 70635 हैक्टेयर जमीन सिंचित होगी। साथ ही होशंगाबाद जिले की 20190 हैक्टेयर और नरसिंहपुर जिले की 41100 हैक्टेयर क्षेत्र में भी सिंचाई की सुविधा मिलेगी।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री यशवंत मीणा, पूर्व विधायक श्री रामकिशन पटेल तथा स्थानीय जनप्रतिनिधि, कलेक्टर श्री अरविंद दुबे, पुलिस अधीक्षक श्री विकास शहवाल तथा जिला पंचायत सीईओ सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।