बिलोरी एग्रीकल्चर फीडर की लाइट दिन में बंद करने किसानों ने दिया आवेदन, गेंहू फसलें जलने का रहता है खतरा
-किसानों ने कहा बिजली के तार आपस में टकराने से निकलती हैं चिंगारियां
सलामतपुर रायसेन से अदनान खान की रिपोर्ट।
बिलोरी गांव के किसानों ने जूनियर इंजीनियर के नाम आवेदन देकर एग्रीकल्चर फीडर की विद्युत सप्लाई बंद करने को कहा है। गांव के खूब सिंह, मेहरबान सिंह, प्रकाश सिंह, घनश्याम, आज़ाद सिंह, बृजेश सिंह, कैलाश, वीरेंद्र सिंह ने बताया कि हमारे खेतों से निकली 11 केवीए की लाइन जो कि धोबाखेडी और पगनेश्वर मेढ़की तरफ गई है। इसमें हमारे खेत की और आए खंबों से दूरी ज्यादा होने की वजह से तार नीचे है। और झूलते हुए आपास में टच होने जाने की वजह से चिंगारी निकलती रहती हैं। और तार भी काफी पुराने हो चुके हैं। कहीं से भी टूटकर गिर जाते हैं। इसलिए 11 केवीए लाइन जो बिलौरी की और नदी तरफ से आई बिजली लाइन दिन में बिल्कुल बंद रखी जाए। जिसमें की पककर तैयार हो चुकी गेंहूँ की फसलों में दुर्घटना ना हो सके। 45 और लाइनमेन द्वारा सर्वे करवाकर ज्यादा गेप वाले जगहों के बीच में और खंबे लगाए जाएं। जिससे खतरे की आशंका खत्म हो जाए। गौरतलब है कि पिछले वर्ष भी इसी क्षेत्र में बिजली की चिंगारियों के कारण आग लगने से कई किसानों की लाखों रुपए कीमत की गेहूं फसलें जलकर राख हो गई थीं। इसलिए बिलोरी आदि क्षेत्र के किसानों ने खेती के बिजली फीडर बंद करने की विद्युत विभाग से मांग की है। वहीं बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर प्रांजल शर्मा ने कहा है कि किसानों की समस्या का शीघ्र समाधान किया जाएगा।