भोपाल। नगर निगम अमृत टू योजना के तहत शहर में पर्याप्त जलापूर्ति के लिए 36 नए ओव्हर हेड टैंको का निर्माण कराएगा। इससे आसपास के क्षेत्रों में 500 से अधिक कालोनियों के रहवासियों को समय पर जल्रपदाय किया जा सकेगा। वहीं पानी का पर्याप्त स्टोरेज होने से लोगों के घरों में कम दबाव से होने वाली जलापूर्ति में भी सुधार होगा।
प्रस्तावित ओव्हर हेड टैंक का निर्माण कोलार डेम, बड़े तालाब, केरवा व नर्मदा जल प्रदाय वाले क्षेत्रों में किया जाएगा। इनमें अधिकतर क्षेत्र ऐसे हैं, जहां नई कालोनियां विकसित हुई हैं। यहां रहवासियों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है। लेकिन पर्याप्त पानी का स्टोरेज और वाटर नेटवर्क नहीं होने से जलापूर्ति संभव नहीं थी। हालांकि अमृत दो के तहत शहर में 541 किलोमीटर की डिस्ट्रिब्यूशन पाइप लाइन भी बिछाई जाएगी। जिससे 50 हजार से अधिक घरों में निजी कनेक्शन व 45 हजार घरों को बल्क कनेक्शन के जरिए वाटर नेटवर्क से जोड़ा जाएगा।
यहां बनेंगे नए ओव्हर हेड टैंक
नारियल खेड़ा, टीला जमालपुरा, शक्ति नगर, साक्षी ढाबा, नेहरु नगर, टीटी नगर, चार इमली, चूनाभट्टी, कल्ला शाह, ई-2 अरेरा कालोनी, बजरिया, बागदिलकुशा, पदमनाभ नगर, शिव मंदिर, अशोक विहार, आचार्य नगर, हथाईखेडत्रा, अयोध्या नगर एक्सटेंशन, अयोध्या नगर एफ सेक्टर, सोनागिरी, पंचवटी, बरखेड़ा पठानी, अवधपुरी, अरविंद विहार, लहारपुर, इंडस टाउन, बागली, गांधी नगर, बैरागढ़ कलां, हाउंसिग बोर्ड दशहरा मैदान, चांदबाड़ी भेल, ईदगाह, मालीखेड़ी, गुराड़ी घाट और दानिश हिल्स शामिल है।
राजधानी में 173 टंकियों से होता है जलप्रदाय
राजधानी में अभी नर्मदा, केरवा, कोलार व बड़े तालाब से 173 टंकियाें के जरिए जलप्रदाय किया जाता है। इनकी स्टोरेज क्षमता 210 मिलियन लीटर है। नई टंकियां बनने के बाद शहर में 383 मिलियल लीटर पानी का स्टारेज किया जा सकेगा।
वर्ष 2040 तक की जनसंख्या के हिसाब से उपलब्ध होगा जल
वर्तमान में प्रतिदिन विभिन्न क्षेत्रों में 450 एमएलडी जल प्रदाय किया जा रहा है। लेकिन वर्ष 2040 तक शहर में प्रतिदिन 575 एमएलडी पानी की आवश्यकता होगी। इसे देखते हुए अमृत 2.0 में ओवर हेड टैंक और इंटकवेल के साथ वाटर डिस्ट्रिब्यूशन लाइन में वृद्धि की जाएगी। इस योजना के पूरा होने के बाद नगर निगम के पास वर्ष 2040 तक की जनसंख्या के अनुसार पानी की उपलब्धता होगी।
पूरी योजना में खर्च होंगे 446 करोड़ रुपये
शहर के विभिन्न क्षेत्रों में बनने वाले 36 आेवर हेड टैंक से जोड़ने के लिए 53 किलोमीटर की मेन फीडर लाइन भी बिछाई जाएगी। अधिकारियों का दावा है कि अमृत 2.0 से शहर में आगामी 15 वर्षों तक की अनुमानित जनसंख्या की जरुरत का पानी उपलब्ध होगा। वहीं डिस्ट्रिब्यूशन लाइन, ओवर हेड टैंक और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट समेत अन्य कार्यों में 446 करोड़ रुपये अनुामनित खर्च होगा।
अमृत 2.0 के तहत इतने घरों को मिलेगा नल कनेक्शन
परियोजना – घरों को कनेक्शन
केरवा – 9,000
कोलार – 14,000
बड़ा तालाब – 10,000
नर्मदा – 17,000
बल्क कनेक्शन – 450(45 हजार घर संभावित)
इनका कहना है
शहर में अमृत 2.0 के तहत विभिन्न क्षेत्रों में 36 अोव्हर हेड टैंक का निर्माण किया जाएगा। जो पुराने हैं उनकी मरम्मत की जाएगी। जिन क्षेत्रों में जलापूर्ति का नेटवर्क नहीं है, वहां फीडर और डिस्ट्रिब्यूशन लाइन बिछाकर शत प्रतिशत घरों को जोड़ा जाएगा।
– केवीएस चौधरी, आयुक्त नगर निगम
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