उदयपुरा/रायसेन। समीपस्थ ग्राम पचामा में विगत 1 वर्ष से संचालित स्वामी श्री नित्यानंद गिरी जी महाराज की सद प्रेरणा से संचालित श्री नित्यानंद गौशाला में अल्प समय के लिए मलूक पीठाधीश्वर श्री राजेंद्र दास जी महाराज का आगमन हुआ, । गौशाला में गौ सेवा के कार्य एवं गोबर एवं गो मूत्र से बने उत्पादों के निर्माण को देखकर महाराज श्री ने प्रशंसा व्यक्त की । महाराज श्री के आगमन पर पंडित सुरेंद्र शास्त्री, सुदामा शास्त्री, आशीष शास्त्री, योगेश पांडे, कैलाश दुबे , पंडित कुअर लाल , राम हितकारी शर्मा (खेड़ापति) , मुकेश पाठक सहित क्षेत्र के मानस प्रवक्ताओं एवं ब्राह्मण जनो द्वारा मंत्र उच्चारण के साथ स्वागत किया । मलूक पीठाधीश्वर ने कहा कि प्रत्येक गो भक्तों को गाय के प्रति सच्ची निष्ठा एवं सेवा का भाव रखना चाहिए हर पल गाय को सुख कैसे पहुंचे उसके प्रति विचार करना चाहिए । उन्होंने कहा कि हम सभी बड़े ही सौभाग्यशाली हैं कि हमें भारत भूमि पर जन्म मिला और उसमें भी सनातन धर्म में हमें जन्म मिला है सनातन धर्म के माध्यम से ही भगवत प्राप्ति संभव है । भगवत प्राप्ति के लिए गौ सेवा अत्यंत ही महत्वपूर्ण है गौ माता भगवान की भी भगवान है । महाराज श्री ने कहा कि यहां नर्मदा क्षेत्र में सभी की धर्म के प्रति निष्ठा भाव दिखाई देता है परंतु यहां पर गौ सेवा की कमी नजर आते हैं । सभी को सत्संग के माध्यम से सेवा के माध्यम से गौ माता की सेवा से जुड़ना चाहिए एवं और लोगों को भी जोड़ना चाहिए , भारतीय नस्ल की वेद लक्ष्णा गाय में सभी देवी देवता समाहित है , इसलिए सभी को गौ सेवा से जुड़ना चाहिए । कार्यक्रम में पूर्व सांसद रामेश्वर नीखरा ,क्षेत्रीय विधायक देवेंद्र पटेल, राकेश दुबे (तहसीलदार) डॉ देवेंद्र सिंह धाकड़, राजेंद्र सिंह रघुवंशी , पचामा गौशाला सेवा समिति के सदस्यों एवं बड़ी संख्या में उपस्थित गो भक्तों ने महाराज श्री का स्वागत किया । कार्यक्रम के आखिर में चतुर नारायण रघुवंशी (वरिष्ठ अधिवक्ता) ने महाराज श्री एवं उपस्थित सभी संत महात्माओं का आभार व्यक्त किया ।