अपनी सीट नहीं बचा पाए योगी आदित्यनाथ के 11 मंत्री, मिली करारी हार,उत्तरप्रदेश में भाजपा की ऐतिहासिक जीत के
37 साल में पहली बार ऐसा हो रहा है, जब किसी सत्ताधारी दल को उत्तर प्रदेश की जनता ने दोबारा राज्य की कमान सौंपी है. बावजूद इसके योगी आदित्यनाथ सरकार के 11 मंत्री चुनाव में अपनी सीट नहीं बचा पाए हैं और उन्हें करारी हार मिली है.
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को ऐतिहासिक जीत मिली है. 37 साल में पहली बार ऐसा हो रहा है, जब किसी सत्ताधारी दल को उत्तर प्रदेश की जनता ने दोबारा राज्य की कमान सौंपी है. बावजूद इसके योगी आदित्यनाथ सरकार के 11 मंत्री चुनाव में अपनी सीट नहीं बचा पाए हैं और उन्हें करारी हार मिली है. इसमें राज्य के निवर्तमान उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और गन्ना मंत्री सुरेख राणा जैसे कद्दावार नेता शामिल हैं.
हारने वाले मंत्रियों में सबसे प्रमुख नाम केशव प्रसाद मौर्य का है. मौर्य को पार्टी ने सिराथू विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया था, लेकिन वे यहां से जीत हासिल नहीं कर सकें. उन्हें समाजवादी पार्टी की डॉ पल्लवी पटेल ने मात दे दी. पल्लवी पटेल समाजवादी पार्टी के सहयोगी दल अपना दल (के) की उपाध्यक्ष हैं. गठबंधन में उन्होंने समाजवादी पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ा था. सिराथू में केशव प्रसाद मौर्य को कुल 98 हजार 727 वोट मिले जबकि पल्लवी पटेल को 1 लाख 5 हजार 568 मत प्राप्त हुए और वे 7337 वोट से चुनाव जीत गईं.
सुरेश राणा और राजेंद्र प्रताप सिंह भी हारे
गन्ना मंत्री सुरेश राणा भी शामली जिले की थाना भवन सीट से चुनाव नहीं जीत पाए. उन्हें जयंत चौधरी की पार्टी राष्ट्रीय लोक दल के अशरफ अली खान ने 10,000 से अधिक वोट से मात दी. सुरेश राणा को 92 हजार 472 वोट मिले जबकि अशरफ अली खान को 1 लाख 3 हजार 325 मत प्राप्त हुए.
केशव प्रसाद मौर्य और सुरेण राण के अलावा ग्रामीण विकास मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह भी अपनी सीट नहीं बचा पाए. राजेंद्र प्रताप सिंह को बीजेपी ने प्रतापगढ़ जिले की पट्टी सीट से अपना उम्मीदवार बनाया था. यहां पर उन्हें समाजवादी पार्टी के राम सिंह ने 22 हजार से अधिक वोट से हरा दिया. राजेंद्र सिंह को 85 हजार 691 वोट प्राप्त हुए जबकि सपा के राम सिंह 1 लाख 7 हजार 221 वोट पाकर झीट अपने नाम कर ली.
योगी आदित्यनाथ सरकार में एक और मंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय चित्रकूट में समाजवादी पार्टी के अनिल कुमार से 20 हजार 876 वोट से चुनाव हार गए. सपा के अनिल प्रधान को यहां 1 लाख 3 हजार 887 वोट मिले. वहीं उपाध्याय को 83 हजार 593 मत मिले.
बलिया में हारे योगी सरकार के दो मंत्री
बलिया जिले की बैरिया विधानसभा सीट से योगी सरकार में मंत्री रहे आनंद स्वरूप शुक्ला चुनाव हार गए. उन्हें समाजवादी पार्टी के जयप्रकाश अंचल ने 12 हजार 951 मतों से हरा दिया. शुक्ला ने पिछली बार बलिया सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन इस बार उन्हें मौजूदा विधायक सुरेंद्र सिंह की जगह बरिया सीट से मैदान में उतारा गया था.
उत्तर प्रदेश के खेल मंत्री उपेंद्र तिवारी बलिया की फेफना सीट समाजवादी पार्टी के संग्राम सिंह से 19 हजार 354 वोट से हार गए. इसी तरह, फतेहपुर जिले की हुसैन गंज सीट पर समाजवादी पार्टी की उषा मौर्य ने मंत्री रणवेंद्र सिंह धुन्नी को 25 हजार 181 मतों से हरा दिया.
सतीश चंद्र द्विवेदी को माता प्रसाद पांडेय ने दी मात
राज्य के बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी भी चुनाव हार गए. उन्हें समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने करीबी मुकाबले में सिद्धार्थनगर जिले की इटवा सीट से 1662 वोट से हरा दिया. वहीं औरैया जिले की दिबियापुर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के प्रदीप कुमार यादव से बीजेपी के लखन सिंह राजपूत मात्र 473 वोट के अंतर से चुनाव हार गए. योगी सरकार के एक अन्य मंत्री संगीता बलवंत को सपा के जय किशन ने गाजीपुर सीट से 1692 मतों से हरा दिया.