साँची रायसेन से देवेंद्र तिवारी
सांची को स्वच्छ बनाए रखने तथा गीला सूखा कचरा अलग अलग श्रेणी में इकठ्ठा करने नगर में अब दूसरी बार डस्टबिन लगाये गये ।
जानकारी के अनुसार नगर परिषद नगर को स्वच्छ बनाए रखने कृतसंकल्पित है अब नगर में रात में भी सफाई व्यवस्था शुरू कर दी गई है तथा कचरा सड़कों पर न फेंकने डस्टबिन में डालने के लिए पहले भी नगर के विभिन्न स्थानों पर डस्टबिन की खरीदारी कर लगाये गये थे परन्तु देखरेख के अभाव में कई स्थानों के डस्टबिन चोरी चले गए तो क ई डस्टबिन फूटफूट गये तथा कुछ डस्टबिन पूर्व में बेचे गए कवाड में भी भेंट चढ़ गए अब पुनः डस्टबिन की खरीदफरोख्त कर नगर के विभिन्न स्थानों पर दो प्रकार के डस्टबिन एक में गीला कचरा एक में सूखा कचरा अलग अलग व्यवस्था की गई है इस विश्व ऐतिहासिक नगर में स्वच्छता भी मात्र सड़कों तक ही सिमट कर रह गई है जबकि नगर के भीतरी हिस्से आज भी सड़क पानी निकासी हेतु नालियों के निर्मित होने का इंतजार कर रहे हैं सड़क नाली न होने से भीतरी हिस्से पूरी तरह गंदगी की चपेट में जकड़े हुए हैं जिससे स्वच्छता अभियान मात्र दिखावा साबित हो कर रह गया है तथा स्वच्छता के नाम पर लाखों करोड़ों रुपए भेंट चढ़ गए साथ ही स्वच्छता के नाम पर बड़े घोटाले भी सामने आ चुके हैं परन्तु इस नगर की ऐतिहासिकता को दरकिनार कर भीतरी हिस्से आज भी स्वच्छता का इंतजार कर रहे हैं परन्तु प्रशासन इस ऐतिहासिक नगर के भीतरी हिस्सों से आए भी रूबरू नहीं हो सका जिसका खामियाजा नगर वासियों को भोगने पर मजबूर होना पड़ रहा है जब तक नगर के भीतरी भाग स्वच्छ नहीं होंगे तब तक स्वच्छता अभियान मात्र सड़क व कागजों में ही सिमट कर रह जायेगा । हालांकि डस्टबिन लगाने जगह जगह जल शाखा के कर्मचारियों को जिम्मा सौंपा गया है जो जो जगह जगह डस्टबिन लगाने का कार्य करते दिखाई दे रहें हैं ।