माता-पिता बनना एक स्पेशल अनुभव है। इसे शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता है। एक महिला को मां बनने के दौरान कई बातों का ध्यान रखना होता है। प्रेग्नेंसी से लेकर डिलीवरी और उसके बाद तक कई चीजों का ध्यान रखना पड़ता है। मैटरनिटी इंश्योरेंस पॉलिसी इसमें सबसे अहम है। जिसके बारे में कई कपल्स नहीं जानते हैं।
आज के जमाने में विशेषज्ञ सर्जन, एनेस्थेटिस्ट,आधुनिक सुविधाएं, नई तकनीकें सामने आई हैं। बांझपन का इलाज भी संभव हैं। हालांकि इन लाभों के लिए भुगतान करना होगा, लेकिन लेबर और डिलीवरी का खर्च आम आदमी की पहुंच से बाहर है। प्रेग्नेंसी से लेकर डिलीवरी तक के मेडिकल खर्च में भारी इजाफा हुआ है।
मैटरनिटी इंश्योरेंस क्या है?
बहुत से लोग अब खर्च को बचाने के लिए मैटरनिटी इंश्योरेंस की ओर रुख कर रहे हैं। यह बीमा बच्चे के जन्म और अस्पताल के खर्च से संबंधित सभी खर्चों को कवर करता है।
प्रेग्रेंसी पॉलिसी लेना क्यों है जरूरी
मातृत्व बीमा महिला को स्वास्थ्य सुरक्षा और लाभ प्राप्त करने में मदद करता है। यह पॉलिसी अस्पताल में भर्ती होने और बाद के खर्चों को कवर करता है। इस योजना के तहत हॉस्पिटल से छुट्टी के बाद 60 दिनों तक का खर्च कवर किया जाता है। इसमें कैशलेस भर्ती होने की सुविधा उपलब्ध है। इमरजेंसी अस्पताल में एडमिट होने पर तत्काल राशि की आवश्यकता नहीं होती है। मातृत्व बीमा के तहत एम्बुलेंस खर्च भी कवर किया जाता है।
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