इटारसी। लोकमान्य तिलक टर्मिनस से गोरखपुर जाने वाली 15017 काशी एक्सप्रेस का पेंट्री कार मैनेजर अपने खाने की बिक्री बढ़ाने के लिए आए दिन चैन पुलिंग कर प्रेशर ड्राप कर देता था, लगातार मिल रही शिकायतों के बाद आरपीएफ ने मैनेजर को रंगे हाथों पकड़ लिया। रेल अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
आरपीएफ पोस्ट इंचार्ज देवेन्द्र कुमार ने बताया कि खंडवा- इटारसी रेलखंड में गाड़ी नं. 15017 काशी एक्सप्रेस में चैन पुलिंग व प्रेशर ड्राप होने की लगातार शिकायतें आ रही थीं, अमूमन किसी आपातकाल में ही यात्री चैन पुलिंग करते रहे हैं, चैन पुलिंग होने पर किसी यात्री के उतरने, कोई हादसा होने या अन्य वजह रिकार्ड में आ जाती है, चूंकि चैन पुलिंग होते ही ट्रेन ड्राइवर एवं गार्ड दोबार प्रेशर बनाने के लिए ट्रेन से उतरते हैं, लेकिन एक ही सेक्शन में बार-बार चैन पुलिंग होने के बावजूद जंजीर खींचने की वजह और कोई यात्री सामने नहीं आ रहे थे।
संदेह होने पर कराई जांच
बार-बार चेन पुलिंग व प्रेशर ड्राप की हो रही घटनाओं के मद्देनजर 15 अप्रैल को को निरीक्षक देवेन्द्र कुमार ने 15017 काशी एक्सप्रेस में रेल सुरक्षा बल आउटपोस्ट बानापुरा के उप निरीक्षक धर्मेंद्र, आरक्षक सविता, नंदन पवार को गुप्त रूप से निगरानी हेतु तैनात किया था। इस गाड़ी में खंडवा-बानापुरा के बीच चार बार प्रेशर ड्राप-चेन पुलिंग की घटना सामने आई, लेकिन गाड़ी खड़ी होने से पहले प्रेशर आ जाने के कारण ट्रेन चल देती थी। टिमरनी-बानापुरा के बीच किलोमीटर क्रं. 693-28 पर एक बार फिर प्रेशर ड्राप हुआ। सूचना मिलते ही उपनिरीक्षक द्वारा पेंट्रीकार में जांच की गई, तब पता चला कि पेंट्री कार का मैनेजर सूरज सिंह पुत्र राजकुमार सिंह निवासी ग्राम गहरा थाना कबरई जिला महोबा उप्र ही पेंट्री कार में लगे एसीपी हैंडिल को खींच रहा था। पूछने पर उसने बताया कि उसके द्वारा वह जानबूझकर चेन पुलिंग कर गाड़ी को लेट करने का प्रयास करता था, ताकि गाड़ी निर्धारित समय से पहले इटारसी स्टेशन पर ना पहुंच सके, यदि गाड़ी अपने निर्धारित समय से पहले इटारसी स्टेशन पहुंच जाती थी तो उसके खाने के कारोबार पर असर पड़ता था। दरअसल ट्रेन इटारसी आने पर अधिकांश यात्री पेंट्री कार की जगह प्लेटफार्मो पर संचालित खानपान स्टालों से सामान खरीद लेते थे, इससे मैनेजर को नुकसान हो रहा था। इस मामले में आरपीएफ ने पेंट्री कार मैनेजर के विरुद्ध आउट पोस्ट बानापुरा में धारा 141, 145 रेल अधिनियम के तहत मामला पंजीबद्ध कर लिया।
मैनेजर ने बताया कि 11 अप्रैल को भी इटारसी-बानापुरा के बीच चैन खींचकर ट्रेन रोकी गई थी, इस मामले में भी उसे आरोपित बनाया गया। इस अभियान के दौरान पेंट्री कार की जांच भी की गई, इसमें अवैध रूप से बिना मेडीकल कार्ड के वेडरिंग करते हुए 6 वेंडरों को पकड़कर उनके खिलाफ रेल अधिनियम का मुकदमा दर्ज किया गया।
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