सिलवानी में शासकीय गेहूं की तस्करी करने वाले पर कार्यवाही के सवाल पर कहा आप लिखित में मुझे दे
खाध निरीक्षक पर लगें आरोपियो को बचाने के आरोप
सिलवानी/रायसेन। प्रदेश सरकार के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलालसिंह रविवार की दोपहर लोक निर्माण विभाग के विश्रामगृह पर आये और मीडिया के सवालों का जबाब देते हुये गरीबों के हक पर डाका डालने वालों पर कड़ी कार्यवाही की जावेगी, इसमें कोई भी अधिकारी, कर्मचारी या दुकानदार दोषी हो उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जावेगी, उसे नहीं बख्शा नहीं जावेगा। सिलवानी में पिछले दिनों एक मकान से 140 बोरी शासकीय गेहूं मिलने पर मुख्य आरोपियों को बचाने के सवाल पर मंत्री उक्त बात करते हुये कहाकि मीडिया के द्वारा मामला संज्ञान में आया आप लिखित में मुझे शिकायत भेजे मैं जांच करा कर कार्यवाही करूंगा। विश्रामगृह में उपस्थित खाद्य निरीक्षक पूर्णिमा श्रीवास्तव ने जब मंत्री ने उनसे जानकारी मांगी तो उन्होंने मामले में एफआईआर किये जाने की बात कही, मीडिया ने उनके समक्ष ही मुख्य आरोपी को बचाने का आरोप लगाया तो इसका कोई जबाब नहीं दे पाई।
ज्ञातव्य है कि विगत माह 11 दिसंबर को नगर के वार्ड क्रमांक 14 सरस्वती नगर में मुखबिर की सूचना पर तहसीलदार संजय नागवंशी के निर्देश पर राजस्व और पुलिस अमले के द्वारा संयुक्त रुप से सागर रोड पर स्थित व्हीएस मार्केट में बनी शटर में रखा शासकीय गेहूं करीब 140 बोरी में 69 क्विंटल पाया गया था। शासकीय गेहूं की बोरी पर सेवा सहकारी समिति अर्जनी, चिंगवाड़ा गादर समिति सीहोर की शासकीय राशन गेहूं की टैग लगी गेहूं की बोरिया पाई गई थी। तहसीलदार संजय नागवंशी, खाद्य आपूर्ति अधिकारी पूर्णिमा श्रीवास्तव ने जांच उपरांत पाया गया कि श्रीमति स्वतंत्रता जैन पति विजय जैन, नफीस खान पिता रसीद खान, अजय जैन पिता विजय जैन द्वारा शासकीय सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत वितरण किए जाने वाला गेहूं का अवैध भंडारण कर कालाबाजारी करने का प्रयास किया गया था। जिस पर थाना में काला बाजारी का प्रयास करने वाले स्वतंत्रता जैन पति विजय जैन, नफीस खान पिता रसीद खान, अजय जैन पिता विजय जैन निवासी सिलवानी के विरूद्ध एफआईंआर दर्ज की गई थी।
मुख्य आरोपी, राशन की कालाबाजारी करने वाला अभी भी दूर
इस पूरे मामले में जांच अधिकारी एवं प्रशासन की कार्यवाही संदेह के घेरे में है। गरीबों के हक पर डाका डालने पर मुख्य आरोपी को अभी तक जांच के घेरे में नहीं लिया गया। मकान मालिक एवं दो अन्य प्रकरण बनाकर मामले को रफा दफा करने का प्रयास किया जा रहा है। जिस व्यक्ति के मकान से राशन जब्त उसे ही आरोपी बनाया गया है। उस मकान पर किस राशन की दुकान या बेयरहाउस से राशन को बेचा गया ? उस राशन की दुकान या बेयरहाउस के संचालक से पूछताछ या क्या कार्यवाही की गई, इस पर जांच अधिकारी मौन बने हुये है। जांच अधिकारी ने अपनी जांच में आरोपियों के पास शासकीय राशन कहां से आया इसका पता लगाने का प्रयास नहीं किया।