Let’s travel together.

कब है द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी 2022, देखें तिथि व मुहूर्त

0 409

फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी का व्रत आता है। मान्यता है कि भगवान गणेश के इस स्वरूप की विधिवत पूजा अर्चना से कष्टों का निवारण होता है।
भगवान गणेश सभी देवी देवताओं में प्रथम पूजनीय माने जाते हैं।द्विजप्रिय भगवान गणेश के चार सिर और चार भुजाएं हैं।फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जाता है।

हिंदू धर्म में संकष्टी चतुर्थी का विशेष महत्व है। प्रत्येक माह कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी का पावन पर्व मनाया जाता है। पूर्णिमा के बाद आने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी और अमावस्या के बाद आने वाली शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी कहते हैं। वहीं फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी कहते हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार विघ्नहर्ता द्विजप्रिय भगवान गणेश के चार सिर और चार भुजाएं हैं। मान्यता है कि भगवान गणेश के इस स्वरूप की विधि विधान से पूजा अर्चना करने से सभी कष्टों का निवारण होता है और स्वस्थ जीवन के साथ सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है। साथ ही संतान प्राप्ति के लिए भी ये व्रत बेहद खास माना गया है।

शास्त्रों के अनुसार इस दिन विघ्नहर्ता भगवान गणेश जी के नाम मात्र का स्मरण करने से मनुष्य के सभी दुख दूर होते हैं। ऐसे में इस लेख के माध्यम से आइए जानते हैं साल 2022 में कब द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी है र क्या है इसका महत्व।हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जाता है। इस बार द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी 20 फरवरी 2022, रविवार को है। चतुर्थी तिथि 19 फरवरी 2022, शनिवार को रात 09 बजकर 59 मिनट से शुरू होकर 20 फरवरी की रात को 09 बजकर 05 मिनट पर समाप्त होगी। इस दिन चंद्रोदय 09 बजकर 50 मिनट पर होगा

Leave A Reply

Your email address will not be published.

जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण की तैयारियों के लिए कार्यशाला आयोजि     |     सांची के शमशान को नही मिल सकी सडक,दलदल से होकर गुजरती हे शवयात्राएं     |     पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री प्रभात झा के निधन से भाजपा संगठन में शोक की लहर: अपूरणीय क्षति, अनमोल योगदान की सदैव रहेगी स्मृति     |     महामाया चौक सहित, कई कलोनियों में जलभराव, बीमाऱी हुई लाइलाज,विधायक जी के निवास के आसपास भी जलभराव     |     नाले में अधिक पानी आने से ऑटो बह गया चालक ने कूद कर बचाई जान,विद्यार्थियों को स्कूल छोड़कर वापस आ रहा था ऑटो     |     बाग प्रिंट कला: मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर,श्रीमती सिंधिया ने मध्यप्रदेश के हस्तशिल्पियों को सराहा     |     पौधे लगाने के बाद बची पॉलीथिन थेली को एकत्र कराकर बेचने से प्राप्त राशि से पौधों की रक्षा के लिए खरीदेंगे ट्री गार्ड     |     उप-मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने श्री प्रभात झा के निधन पर व्यक्त किया शोक, कहा राजनैतिक जगत और समाज के लिए अपूरणीय क्षति     |     मप्र भाजपा के पूर्व अध्यक्ष प्रभात झा का लम्बी बीमाऱी के बाद मेदांता अस्पताल में निधन     |     ग्राम अम्बाड़ी में गिरी कच्चे घर की दीवार बाल बाल बचा बड़ा हादसा     |    

Don`t copy text!
पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9425036811