– विकास यात्रा के जरिए सभा में केंद्रीय मंत्री ने जनता से अपने पुराने संबंध दिलाए याद
– अपने स्वर्गीय पिता माधवराव सिंधिया के अलावा अपनी दादी राजमाता सिंधिया (आजी अम्मा) का भी कर रहे हैं उल्लेख
रंजीत गुप्ता शिवपुरी
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया एक बार फिर से अपने पुराने संसदीय क्षेत्र गुना-शिवपुरी में सक्रिय हो गए हैं। बीते दो दिनों में गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों में विकास यात्रा के जरिए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जनता से सीधा संवाद किया। श्री सिंधिया ने यहां पर कई सभाएं की और विकास कार्यों का भूमिपूजन व लोकार्पण किया। इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने पुराने संसदीय क्षेत्र के लोगों का इस बात पर आभार व्यक्त किया कि आज से 20 साल पहले उनकी पिता के निधन के बाद उन्हें सांसद बनाया। विकास यात्रा में हो रहे कार्यक्रम के दौरान सभाओं में श्री सिंधिया सीधे तौर पर क्षेत्र की जनता से सिंधिया परिवार के पारिवारिक संबंधों का भी उल्लेख कर रहे हैं। शिवपुरी के नरवर और चीलोद में उन्होंने अपने पिता स्वर्गीय माधवराव सिंधिया के अलावा अपनी दादी राजमाता विजयाराजे सिंधिया (आजी अम्मा) का भी उल्लेख किया।
अपने पुराने विकास कार्यों को गिना रहे हैं सिंधिया-
अपने पुराने संसदीय क्षेत्र में ज्योतिरादित्य सिंधिया विकास यात्रा के दौरान गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र में कराए गए पुराने विकास कार्यों का भी उल्लेख कर रहे हैं। कोलारस विधानसभा के लुकवासा में उन्होंने उल्लेख किया कि उनके कार्यकाल के दौरान गुना से ग्वालियर तक फोरलेन हाईवे बना जो करीब साढ़े तीन हजार करोड़ रूपए की लागत से बना। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में विकास की रफ्तार बढ़ी है। सिंधिया ने केंद्र की मोदी सरकार और शिवराज सरकार का जिक्र करते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार से क्षेत्र में विकास की रफ्तार को और तरक्की मिली है। ग्वालियर में बनने वाले नवीन हवाई अड्डा का जिक्र भी उन्होंने किया। इसके अलावा गुना में विद्युत लाइन की नवीनीकरण का जिक्र भी किया और कहा कि जब वह पूर्व में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री थे तब उन्होंने इस क्षेत्र में काफी काम किया। यहां तक कि वह अपने भाषण के दौरान अपने संसदीय कार्यकाल के अनुभवों को भी जनता के बीच व्यक्त कर रहे हैं।
सिंधिया को हराने वाले सांसद केपी यादव रहे अनुपस्थित-
गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र में हुए वर्ष 2019 के चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराने वाले सांसद केपी यादव विकास यात्रा के दौरान सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ मौजूद नहीं रहे। उनकी अनुपस्थिति को लेकर तमाम चर्चा रही। गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से वैसे भाजपा के सांसद के तौर पर केपी यादव निर्वाचित हैं लेकिन वर्ष 2020 में हुए राजनीतिक उठापटक के बाद कांग्रेस छोड़कर ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में आ गए। भाजपा में आने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा में मनोनीत करने के बाद केंद्र में मंत्री बना दिया गया। केंद्रीय मंत्री बनने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया वैसे ग्वालियर अंचल में सक्रिय हैं। बीच-बीच में ग्वालियर संसदीय क्षेत्र से उनके चुनाव लड़ने की अटकलें कई बार लगती रही हैं लेकिन अब दोबारा से उन्होंने अपने पुराने संसदीय क्षेत्र गुना-शिवपुरी में अपनी सक्रियता बढ़ा दी है।
अचानक शिवपुरी भाजपा जिला अध्यक्ष घर पहुंचे सिंधिया-
कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा नेताओं से भी घनिष्ठता बढ़ा रहे हैं। श्री सिंधिया लगातार भाजपा नेताओं से संवाद कर रहे हैं। सिंधिया जब शिवपुरी के चीलोद में सभा करने आए तो इसके बाद वह भाजपा जिलाध्यक्ष राजू बाथम के घर पहुंचे और यहां पर उनके परिवारजनों से मुलाकात की। देखा जाए तो अब श्री सिंधिया भाजपा नेताओं से भी अपना निरंतर संपर्क बनाए हुए हैं जिससे उन पर यह आरोप ना लगे कि वह केवल सिंधियानिष्ठ नेताओं से ही ज्यादा मिलते हैं।