Let’s travel together.

क्यों दिया युधिष्ठिर ने कुंती को श्राप

0 69

कौरव पांडव युद्ध के समय कुंती कर्ण से मिलने जाती हैं और उसे यह बताती हैं कि वो उनका पुत्र है, इसलिए पांडव उसके भाई हैं. कर्ण दुर्योधन से अपनी मित्रता निभाते हुए किसी भी सहायता से मना कर देता है।

कर्ण की मृत्यु के बाद कुंती पांडवों से यह बताती है कि कर्ण उनका बड़ा भाई था। इस बात को जानकर सभी पांडव खासकर युधिष्ठिर बहुत दुखी और क्रोधित हुए।

उन्हें लगा कि अगर कर्ण उनका बड़ा भाई था तो वह भी उचित सम्मान और अधिकार का पात्र था। उनकी माँ कुंती ने यह बात इतने वर्षों तक उनसे छुपायी रखी, इसी बात से युधिष्ठिर इतना क्रोधित हुए कि उन्होंने सम्पूर्ण स्त्री जाति को ही श्राप देने का निश्चय किया। युधिष्ठिर ने श्राप दिया कि औरतें किसी भी बात को अधिक समय तक गुप्त नहीं रख पायेंगी।

Leave A Reply

Your email address will not be published.

जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण की तैयारियों के लिए कार्यशाला आयोजि     |     सांची के शमशान को नही मिल सकी सडक,दलदल से होकर गुजरती हे शवयात्राएं     |     पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री प्रभात झा के निधन से भाजपा संगठन में शोक की लहर: अपूरणीय क्षति, अनमोल योगदान की सदैव रहेगी स्मृति     |     महामाया चौक सहित, कई कलोनियों में जलभराव, बीमाऱी हुई लाइलाज,विधायक जी के निवास के आसपास भी जलभराव     |     नाले में अधिक पानी आने से ऑटो बह गया चालक ने कूद कर बचाई जान,विद्यार्थियों को स्कूल छोड़कर वापस आ रहा था ऑटो     |     बाग प्रिंट कला: मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर,श्रीमती सिंधिया ने मध्यप्रदेश के हस्तशिल्पियों को सराहा     |     पौधे लगाने के बाद बची पॉलीथिन थेली को एकत्र कराकर बेचने से प्राप्त राशि से पौधों की रक्षा के लिए खरीदेंगे ट्री गार्ड     |     उप-मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने श्री प्रभात झा के निधन पर व्यक्त किया शोक, कहा राजनैतिक जगत और समाज के लिए अपूरणीय क्षति     |     मप्र भाजपा के पूर्व अध्यक्ष प्रभात झा का लम्बी बीमाऱी के बाद मेदांता अस्पताल में निधन     |     ग्राम अम्बाड़ी में गिरी कच्चे घर की दीवार बाल बाल बचा बड़ा हादसा     |    

Don`t copy text!
पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9425036811