नईदिल्ली।नोएडा में पूर्व आईपीएस के घर पर आयकर विभाग ने छापेमारी की. पूर्व आईपीएस हाउस के बेसमेंट में 650 लॉकर बनाए गए थे। वहां से विभाग को इतना पैसा मिला कि उसके अधिकारियों के होश उड़ गए.नोएडा में पूर्व आईपीएस के घर छापेमारी कर विभाग ने करोड़ों रुपये बरामद किए हैं. नोटों के बंडल इतने अधिक थे कि उन्हें गिनने के लिए एक मशीन मंगवानी पड़ी।
सूत्रों के मुताबिक नोएडा के सेक्टर-50 में पूर्व आईपीएस आरएन सिंह का घर है. वह यूपी कैडर में 1983 बैच के डीजी रैंक के अधिकारी थे। वह अपनी पत्नी के साथ मिर्जापुर में रहता है। वहीं उनका बेटा सुयश और उनका परिवार नोएडा के सेक्टर 50 में रहता है.
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मुखबिर से आयकर विभाग को जानकारी मिली कि इस मकान में बेनामी संपत्ति रखी हुई है। जिसके बाद सोमवार की देर शाम विभाग की टीम वहां पहुंच गई। टीम को पता चला कि सुयश ने घर के बेसमेंट में ‘मनसम कंपनी’ बनाई है। यह कंपनी किराए पर लॉकर की सुविधा देने का काम करती है।
3 करोड़ नकद प्राप्त
आयकर विभाग को घर के बेसमेंट में करीब 650 लॉकर मिले। देर रात इनमें से 3 के लॉकर खुले, जिनमें नोट व जेवर भरे थे। विभाग ने उन लॉकरों से करीब तीन करोड़ रुपये नकद बरामद किए। इन नोटों को गिनने के लिए विभाग को मशीनें मंगनी पड़ीं।
नोटों और जेवरात से भरे मिले लॉकर
विभागीय सूत्रों का कहना है कि इनकम टैक्स की रेड में अब तक कई लॉकर्स खोले जा चुके हैं. उन लॉकर्स से विभाग को बेशुमार पैसा और जेवरात मिले हैं. विभागीय सूत्रों के मुताबिक लॉकर किराये पर देने के नाम पर कई अनियमितताएं पाई गई हैं. मसलन, वहां लॉकर लेने वालों के केवाईसी नहीं मिले हैं. जबकि कइयों का दूसरा रिकॉर्ड नहीं मिला है.
बेसमेंट में बने हुए हैं 650 लॉकर्स
आयकर विभाग अब इस बात का पता लगा रहा है कि लॉकर सुविधा शुरू करने के लिए क्या पूर्व IPS के बेटे ने उचित तरीके से परमीशन ले रखी थी. जिन लोगों ने उन 650 लॉकर्स में धन छुपा रखा है, वे लोग कौन हैं. कहीं यह सारा धन ब्लैक मनी तो नहीं, जिसे दुनिया की नजर बचाकर बेसमेंट में छिपा दिया गया था. इस खेल में पूर्व IPS आरएन सिंह और उनके बेटे की भूमिका की भी जांच हो रही है.
बेटे के पास सारे रिकॉर्ड
अपने घर पर छापेमारी के बारे में पूछे जाने पर आरएन सिंह ने कहा कि वे अपने गांव में थे. इनकम टैक्स रेड की सूचना मिलने पर वे नोएडा पहुंचे. उन्होंने कहा कि उनका बेटा क्लाइंट्स को लॉकर्स सर्विस उपलब्ध करवाता है. ये लॉकर्स किन्होंने किराये पर ले रखे हैं, इसका सभी रिकॉर्ड उनके बेटे के पास है.