हिमाचल प्रदेश में विधानसभा की कुल 68 सीटें हैं। सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 35 सीटों की जरूरत होती है। कांग्रेस ने यहां 40 सीटों पर जीत दर्ज की है। यानी कांग्रेस की सरकार बनना तय है। इस चुनाव में बीजेपी के खाते में 25 तो अन्य के हिस्से में तीन सीटें आई है। वहीं आम आदमी पार्टी एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाई। इस चुनाव में 412 प्रत्याशियों की किस्मत दांव पर थी। कांग्रेस सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर घमासान की स्थिति है। दरअसल प्रतिनिधित्व को लेकर विभिन्न क्षेत्रों जातियों और गुटों को साधना सबसे मुश्किल माना जा रहा है। सीएम सुक्खू को पुराने और नए चेहरों को शामिल करते हुए संतुलन बनाना होगा। सूत्रों के मुतबिक 12 में से अब तक तीन जिलों को प्रतिनिधित्व मिल गया है। हमीरपुर से सुक्खू ऊना से अग्निहोत्री और चंबा के भटियात से पांच बार विधायक कुलदीप पठानिया विधानसभा अध्यक्ष बनाए गए हैं। इसके अलावा लाहौल और स्पीति और किन्नौर के जनजातीय क्षेत्रों को एक मंत्री मिलने की उम्मीद है।