काल सर्प दोष-जिन जातकों की कुंडली में होता है, उनका जीवन संघर्ष से भरा रहता है. ज्योतिष के अनुसार ऐसे जातकों के जीवन में महत्वपूर्ण कार्य समय पर पूरे नहीं होते हैं. निराशा का भाव रहता है और बार-बार हानि का सामना करना पड़ता है. इस दोष से मुक्ति पाने के लिए माघ मास की अमावस्या यानि मौनी अमावस्या के दिन कुछ आसान उपाय करके मुक्ति पा सकते हैं. मौनी अमावस्या 1 फरवरी दिन मंगलवार को है।
कालसर्प दोष से मुक्ति :: 5 उपाय
1- मौनी अमावस्या के दिन चांदी के नाग-नागिन की पूजा करने से इस दोष से राहत मिलती है. पूजा के बाद नाग-नागिन के इन स्वरूपों को सफेद फूलों के साथ नदी में प्रवाहित कर दें. ऐसा करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है.
2- इस दिन पवित्र नदी में स्नान के बाद भगवान शिव की पूजा करें. इसके बाद शिव तांडव स्तोत्र का पाठ करें. शिव कृपा से कालसर्प दोष दूर हो सकता है.
3- मौनी अमावस्या के दिन सायं के समय तुलसी के पौधे के समीप घी का दीपक लगाएं और 108 परिक्रमा करें. इससे जीवन में सात्विकता आने के साथ ही समस्त प्रकार के संकटों का नाश होता है.
4- घर के ईशान कोण में शाम को गाय के घी का दीपक जलाएं. दीपक में रुई की बत्ती की जगह लाल धागे का उपयोग करें. दीपक में केसर की पत्तियां डाल दें, इससे भी लाभ होगा.
5- इस दिन 1008 महामृत्युंजय मंत्र के जाप करते हुए भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक कराएं, इससे व्यक्ति के सुख-सौभाग्य में वृद्धि होगी. साथ ही आर्थिक संकटों का समाधान भी होगा.