अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत कर रहे अशोक सिन्हा
सुरेन्द्र जैन धरसीवा
छत्तीसग़ढ में विधान सभा चुनाव को भले ही अभी 11 माह शेष है लेकिन सत्ता सुख से वंचित भाजपाईं अब अपनी विजय के लिए भगवान जगन्नाथ की शरण में पहुचने लगे हैं इसी बहाने पिछड़ा वर्ग के भाजपा जिला उपाध्यक्ष अपनी जड़ें भी मजबूत करने में लगे हैं।
पार्टी सूत्रों की माने तो यह सब कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेकने के लिए संगठन को मजबूत करने और पार्टी में एकता प्रदान करने के लिए किया जा रहा है।
भाजपा महिला मोर्चा भी पीछे नहीं
विधान सभा धरसींवा के विधान सभा मण्डल के सैकड़ो कार्यकर्त्ताओ के अलावा महिला मोर्चा की टीम भाजपा भी भाजपा नेता अशोक सिन्हा के नेतृत्व में भगवान जगन्नाथ के दर्शनार्थ निकले हैं।
पिछड़ा वर्ग के भाजपा नेता अशोक सिन्हा और जिला महिला मोर्चा अध्यक्ष और जिला पंचायत सदस्य श्रीमति सोना वर्मा ने आरोप लगाया कि वर्तमान में कांग्रेस की दमनकारी नीति चल रही है उसे रोकने के लिए विधान सभा भाजपा मण्डल और धरसींवा भाजपा मण्डल के लगभग पांच सौ कार्यकर्ताओ की टीम जगन्नाथ भगवान के शरण में है जंहा सभी कार्यकर्त्ता छग में भाजपा की सरकार बनाने और कांग्रेस की सरकार को उखाड़ फेकने की आशीर्वाद मांगेगे।
भाजपाइयों में भरा जोश-सिन्हा
भाजपा नेता अशोक सिन्हा ने कहा कि कार्यकर्ताओं और नेताओं के आत्मविश्वास को बढ़ाने और भगवान से आशीर्वाद लेने की कामना के लिए यह यात्रा है।वही महिला मोर्चा के कप्तान श्रीमती सोना वर्मा ने कहा कि महिलाओ पर हो रहे अत्याचार पर कांग्रेस सरकार सिर्फ तमाशा देखती है उस पर रोक लगाने में बेबस है।हम महिलाओ पर हो रहे अत्याचार को रोकने भगवान जगन्नाथ की शरण में है।
अंदर ही अंदर खींचातानी भी
इधर पार्टी सूत्रों की माने तो कार्यकर्त्ताओ और संगठन में काफी खींचातानी चल रही है। धरसींवा विधान सभा में संगठन और कार्यकर्ताओ के बीच एक वर्ग नेतृत्व से पार्टी के लिए कुछ करने का सोच बनाये हुए है तो उठा रहा है तो दूसरा उन पर सवाल उठाने के लिए आलोचना कर रहा है। अपनी अपनी जगह दोनों धड़ों की बात जायज़ है। नेतृत्व ख़ामोशी से देख रहा है।लेकिन सियासी शतरंज की अनोखी बात यह है कि भाजपा प्रदेश को अब गंभीरता से 2023 में अपनी जीत के विकल्प की तलाश होनी चाहिए । छग में वर्तमान सत्ता रूढ़ कांग्रेस दल के हाथों में लड्डू ही लड्डू हैं।लोकतंत्र में प्रतिपक्ष बिखर जाए, तो गद्दी पर काबिज़ पार्टी के लिए इससे अच्छी बात और क्या हो सकती है ?दरअसल भाजपा में संगठन और जमीनी कार्यकर्ताओ के बीच वर्चस्व और ब्यक्तिगत दुश्मनी जो रास्ते में उस पड़ाव पर आकर खड़ी हो गई है,जहाँ से रास्ता आगे नहीं जाता।अब उसके सामने दो विकल्प ही बचते हैं।या तो इसी स्थान पर खड़े खड़े अपने को विसर्जित कर दे या फिर पीछे लौट जाए,अपनी भूलों से सबक ले और अपने आपको नए सिरे से गढ़े।पर,दोनों विकल्प ही आसान नहीं हैं।
इनकी है महती भूमिका
श्री अशोक सिन्हा,महिला मोर्चा अध्यक्ष व् जिला पंचायत सदस्य श्रीमती सोना वर्मा, पूर्व जिला पंचायत सदस्य सविता चन्द्राकर,धरसींवा भाजपा मण्डल महामन्त्री पुरुषोत्तम यादव,मण्डल उपाध्यक्ष कौशल साहू,विधान सभा मण्डल महिला मोर्चा मीना देवांगन,पूर्व जनपद सदस्य दिनेश खूँटे,पूर्व सरपंच शेखर वर्मा,तिहारु सिन्हा,विंदा देवलहरे,दिनेश अग्रवाल सहित हजारो कार्यकर्त्ता शामिल है।