विधायक पटवा ने किया मंडीदीप मेले का शुभारम्भ,मोबाईल की लत छुड़ाने के सबसे अच्छा मध्यम है यह उत्सव मेला-पटवा
राजीव जैन औबेदुल्लागंज रायसेन
मेले का नाम सुनते ही मन प्रसन्न हो जाता है। सारी परेशानी थकान मेले में आकर दूर हो जाती है। याद रखें जो बच्चे है फिर कभी छोटे बच्चे नहीं होंगें। इस लिए आज ही अपने परिवार के साथ आकर बच्चों को आनंद लेने दें।उक्त विचार विधायक सुरेंद्र पटवा ने मण्डीदीप में आयोजित मंडीदीप उत्सव मेले का शुभारंभ करते हुए व्यक्त किये ।
यह उत्सव मेला मण्डीदीप नगर के वार्ड 23 स्थित शीतल टाउन के सामने बालाजीपुरम कोलार रोड में आयोजित किया गया है।
विधायक पटवा ने आगे कहा कि यदि बच्चे घर मे रहेंगें तो मोबाईल दिखेंगें। यह मेला बच्चों को मोबाईल की लत से छुड़ाने में बहुत मदद करेगा। उन्होंने कहा कि 1 माह तक चलने वाले इस मेले में रोज अपने परिवार के साथ आईये और भरपूर मनोरंजन कीजिए।
इस दौरान उन्होंने मेले को देखकर अपने बचपन की यादें सांझा करते हुए कहा कि मुझे भी मेले में घूमना बहुत पसंद था । और मैं अक्सर अपने दोस्तों के साथ क्षेत्र में लगने वाले मेलों में घूमने फिरने जाया करता था । उन्होंने कहा कि इस मेले से बच्चों के साथ उनके परिजनों का भी मनोरंजन हो सकेगा ।
नपा अध्यक्ष प्रियंका अग्रवाल ने कहा अपनी व्यस्ततम जिंदगी में से कुछ पल अपने लिए सुकून के निकालें। इससे जीवन मे उत्साह उमंग और उल्लास बना रहता है।
भाजपा नेता राजेन्द्र अग्रवाल ने कहा कि आदणीय बड़े पटवा जी की सोंच थीं कि भोपाल में जिस तरह के उत्सव आयोजित किये जाते है वैसी ही मनोरंजन की सुख सुविधाएं भोजपुर क्षेत्र में मंडीदीप वासियों को मिलें।
मेले में आपसी विचार का संस्क्रति का मिलन होता था ऐसा हमारी संस्कृति हमें सिखाती है। यह मेला उनके इस विचार की परिणीति है। इस मेले को भोपाल की तर्ज पर विकसित हो रहा है।
इस अवसर पर नपा उपाध्यक्ष पुष्पा साहू,पार्षद अजित मीणा भाजपा नेता के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित रहे ।
आयोजन समिति के राजीव जैन ने बताया कि इस मेले में मनोजरंजन के साधनों के साथ ही खाने-पीने के स्टाल और झूले लगाए गए हैं। मेला संयोजक संतोष बैरागी ने बताया कि मनोरंजन के लिए 26 अलग अलग तरह के झूले लगाए गए हैं। जहां प्रतिदिन लोग बड़ी संख्या में पहुंचकर अपनी जरूरत का सामान खरीदने के साथ ही झूले में घूम कर लुफ्त उठा रहे हैं।
कार्यक्रम का शुभारंभ सुरेन्द्र पटवा ने फीता काटकर दीप प्रज्वल्लन करके किया।