सलामतपुर रायसेन से अदनान खान की रिपोर्ट
नगर में हर्षोल्लास के साथ जगह-जगह शहीदों को याद कर आनबान शान से तिरंगा लहराया गया। लेकिन हर वर्ष बच्चों द्वारा निकलने वाली प्रभात फेरी नहीं निकाली गई। कड़ाके की ठंड के बाद भी नगर में 73 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर सभी सरकारी कार्यालयों और स्कूल सहित ग्राम पंचायतों में झंडावंदन कर राष्ट्रगान के बाद मिठाई वितरित की गई। थाना सलामतपुर में प्रभारी देवेन्द्र पाल सिंह, चौकी में सत्येंद्र दुबे, वेयर हाउस में प्रबंधक विजय सक्सेना, विद्युत मंडल कार्यालय में जेई प्रांजल शर्मा, कृषि उपमंडी में मंडी प्रभारी तिवारी जी, खाद गोडाउन में सुंदर जादौन, मार्केटिंग सोसायटी में प्रबंधक अखिलेश अग्रवाल, अस्पताल में डॉ. रवि राठौर, ग्राम पंचायत सुनारी में सरपंच मूलचंद यादव, रातातलाई में सरपंच रूपा लोहट, सहकारी सोयायटी सलामतपुर में प्रबंधक कुंवर सिंह दांगी, सहकारी समिति दीवानगंज में प्रबंधक देवेन्द्र मीणा, सहकारी समिति पगनेश्वर में नवल मेहरा, सहकारी समिति सांची में नरेश राजपूत, मुडियाखेड़ा में ज़रीना बी, शाहपुर पंचायत में रेखा टीकाराम पाल, ढकना पंचायत में सरपंच हरी बाई, खोहा पंचायत में श्याम बाई, वन विभाग कार्यालय में डिप्टी रेंजर लल्लन सिंह, परवारिया पंचायत में अज़ीज़ खान, हायर सेकेंडरी स्कूल में प्राचार्य सरोजनी चौहान, कचनारिया पंचायत में हीरा बाई, ने अपने अपने संस्थानों सहित ग्रामीण अंचलों में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया।
वहीं सलामतपुर के सुभाषनगर के दुर्गा चौक पर भी झंडावंदन किया गया। कार्यक्रम में हरीश मालवीया ने क्षेत्र के शीतल दीन, सरपंच मूलचंद यादव, हरप्रसाद, रामगणेश मालवीया, चुन्नीलाल अहिरवार, मूलचंद यादव, कैलाश शर्मा, मुनव्वर खान, हरिराम अहिरवार, इदरीस भाई, सुब्हान भाई, इनायत खां, सीताराम दादा, मकसूद मंसुरी आदि वरिष्ठजनों से झंडावंदन करवाने के उपरांत भारत माता की आरती उतारी,एवं राष्ट्रपिता गाँधी जी, भीमराव अंबेडकर की तस्वीर का कुमकुम से तिलक लगा माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया और बालिकाओं द्वारा राष्टगान गाकर सभी के द्वारा तिरंगे का को नमन किया गया।इस दौरान युवा नेता हरीश मालवीया ने सभी वरिष्ठजनों का शॉल श्रीफ़ल, फूल माला एवं तिलक लगाकर सम्मान भी किया। वहीं युवा नेता हरीश मालवीया द्वारा मंच के माध्यम से सभी शहीदों की कुर्बानियों को याद किया गया। उन्होंने कहा कि देश को आज़ादी अमर शहीदों के बलिदान से प्राप्त हुई है।तब कहीं जाकर हमें गणतंत्र की प्राप्ति हुई।