सलामतपुर रायसेन से अदनान खान की रिपोर्ट
सम्राट अशोक सागर हलाली परियोजना नहर दीवानगंज के नाम से स्वीकृत होने के बाद भी इस नहर का लाभ दीवानगंज एवं उसके आसपास के गांव को नहीं मिल रहा है। बता दें कि लगभग 5 साल पहले इस नहर का काम शुरू हुआ तो दीवानगंज के किसानों को बड़ी उम्मीद थी कि कहीं ना कहीं उनकी अब परेशानी का समाधान होने वाला है। किसानों को नहर के लिए लंबा आंदोलन भी करना पड़ा था। मगर जब नहर बनकर तैयार हुई तो जिस नहर को दीवानगंज के नाम से लाया गया उस नहर का लाभ दीवानगंज के किसानों को नहीं मिल रहा है। जिसमें जमुनिया, बरजोरपुर, देहरी भी शामिल हैं।
वहीं किसान दशरथ विश्वकर्मा ने बताया कि उन्होंने इस मामले को लेकर स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी, जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट से लेकर कई आला अधिकारियों तक आवेदन दिए हैं। मगर आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई। दीवानगंज में नहर नहीं होने से किसान अपनी खेती को औने पौने दामों में बेच रहे हैं। क्योंकि बोरवेल में भी पानी नहीं है। जिस कारण खेती करने में बड़ी परेशानी होती है। वही किसानों ने मांग की है कि एक माइनर नहर दीवानगंज के लिए भी बनाई जाए ताकि दीवानगंज के किसानों को भी नहर का लाभ मिल सके।