फर्जी दस्तावेज बना कर बेची जा रही जमीनें, दलालों से लेकर रजिस्ट्री कार्यालय तक शामिल
अभिषेक असाटी बक्सवाहा
राजस्व विभाग नए-नए कारनामों के खुलासे करने में जनचर्चा में बना हुआ है तहसीलदार श्यामा शरण चौबे के द्वारा लगातार पुराने रिकॉर्ड को खंगाला कर किसानों की समस्याओं को सुना जा रहा है। अभी तक राजस्व में ऐसे कई मामले आ चुके है जो जनचर्चा का विषय बने है ऐसा ही मामला फिर सामने आया जब सुनहरा निवासी हीरा अहिरवार के द्वारा तहसील में आवेदन प्रस्तुत करके अपने जिंदा होने का सबूत दे रहा है।
मामला बक्सवाहा राजस्व का है जहां एक किसान अपने जिंदा होने का सबूत दे रहा है जिंदा रहते हुए भी उसे मृत घोषित कर फौती नामांतरण करा दिया गया।
हीरा अहिरवार ने आवेदन देते हुए बताया की मेरी भूमि बक्सवाहा में स्थित खसरा नंबर 2102/3/1/1किता 01रकवा0.223 हेक्टेयर भूमि राजस्व में वर्ष 2019 से 2021 तक मेरे नाम दर्ज थी लेकिन मेरी जमीन को 7 लोगों के नाम पर मुझे मृत घोषित कर फौती नामांतरण क्रमांक0556/अ-6/2021-22 को अपने नाम दर्ज करा ली है।ये तो सिर्फ एक मामला है इसे कई मामले अभी सामने आना वाकी है
पूर्व में फर्जी तरीके से जमीन बेचे जाने का मामला सामने आया था
बता दे की कुछ दिन पूर्व ही कसेरा गांव की जमीन फर्जी दस्तावेज़ बना कर बेच दी गई थी और जब किसान को पता चला तो किसान ने तहसील में शिकायत की उस मामले की जांच भी नही हो पाई थी की एक और मामला सामने आ गया
जांच के बाद दोषियों पर होगी कार्यवाही
तहसीलदार श्यामाचरण चौबे ने जानकारी देते हुए बताया है कि पूर्व में हुई फर्जी रजिस्ट्री मैं यह तथ्य सामने निकल कर आए हैं कि जो फर्जी तरीके से रजिस्ट्री की गई थी उसमें आधार कार्ड के साथ छेड़खानी की गई है आधार कार्ड में नाम और पिता का नाम बदल दिया गया अब जांच जारी है जांच में रजिस्ट्री लेखक, रजिस्टर एवं नौटरी करने वाले की गलती मानी जा रही है जांच के बाद सही तथ्य सामने निकल कर आएंगे। और जो भी दोषी होगा उसके ऊपर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी।