– केंद्रीय विद्यालय आईटीबीपी शिवपुरी में हुआ हिंदी पखवाड़ा
रंजीत गुप्ता शिवपुरी
हिंदी बहुसंख्यक नागरिकों की भाषा है ।चाइनीज भाषा के बाद सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा हिंदी ही है । दक्षिण भारत के राजनीतिक आंदोलन के कारण हिंदी अपने अधिकार से वंचित हो गई ।
केंद्रीय विद्यालय शिवपुरी के प्रांगण में हिंदी पखवाड़े के अंतर्गत आयोजित वार्ता क्रम में विद्यालय कर्मचारियों शिक्षकों एवं छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए हिंदी सेवी सम्मान से सम्मानित साहित्यकार पुरुषोत्तम गौतम ने उक्त विचार व्यक्त करते हुए कहा हिंदी का राष्ट्रभाषा न होना दुर्भाग्यपूर्ण है । उन्होंने कहा कि हम अंग्रेजी भाषा के पीछे भाग रहे हैं जबकि अंग्रेजी को अंतरराष्ट्रीय भाषा करना उचित नहीं है क्योंकि अंग्रेजी केवल इंग्लैंड और कनाडा की राष्ट्रभाषा है जबकि जर्मनी में जर्मन,रूस में रशियन तथा चीन में चाइनीज भाषा बोली जाती है लेकिन यह एक विडंबना ही है की भारत जैसे देश की अपनी राष्ट्रभाषा नहीं है।अंग्रेजी ने अन्याय पूर्वक हिंदी को दबा कर रखा है जिससे मुक्ति आवश्यक है
कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के स्नातकोत्तर शिक्षक हिंदी मोहन मुरारी मिश्र ने किया । प्रभारी प्राचार्य अभिषेक आर्य ने श्री गौतम को स्मृति प्रतीक से सम्मानित का धन्यवाद ज्ञापित किया।