सलामतपुर रायसेन से अदनान खान की रिपोर्ट।
जिला मुख्यालय सहित सलामतपुर क्षेत्र में पूरे उमंग, उत्साह और राष्ट्रप्रेम की भावनाओं से ओत-प्रोत वातावरण में स्वतंत्रता दिवस मनाया गया। भारी बारिश के चलते इस वर्ष स्कूली बच्चों की प्रभात फेरियां नहीं निकल सकीं। वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में झंडा नही फहराने की झूठी चर्चा दिन भर क्षेत्र में चलती रही। जबकि स्वास्थ्य केंद्र में सुबह समय पर डॉ रवि राठौर द्वारा झंडावंदन किया गया था। वहीं शासकीय कार्यालयों में प्रमुखों द्वारा झंडावंदन किया गया। इस अवसर पर थाना सलामतपुर में देवेन्द्र पाल सिंह ने ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर थाना स्टॉफ व रक्षा समिति सदस्यों को तिरंगा झंडा दिया गया। एसबीआई में मैनेजर कृष्णा नरमारे, स्वास्थ्य केंद्र में डॉ रवि राठौर, सहकारी संस्था में प्रबंधक कुंवर सिंह दांगी, दीवानगंज समिति में देवेन्द्र मीणा, पगणेश्वर समिति में नवल मेहरा, सांची समिति में नरेश राजपूत, सुनारी पंचायत में सरपंच लक्ष्मीबाई शेरसिंह, रातातलाई पंचायत में सरपंच रघुवीर मीणा, खोहा पंचायत में कालूराम मीणा, दीवानगंज पंचायत में गिरजेश नायक, वन विभाग में डिप्टी रेंजर लल्लन सिंह, स्टेट वेयर हाउस में प्रबंधक विजय सक्सेना, विद्युत विभाग में जेई प्रांजल शर्मा, ढकना पंचायत में सरपंच कोमल सिंह मालवीय, दीवानगंज चौकी पर एएसआई सतेन्द्र दुबे, ब्राइट फ्युचर स्कूल में मिर्ज़ा हसीब बेग, शासकीय स्कूल में प्राचार्य सरोजनी चौहान ने ध्वजारोहण किया। इसके साथ ही श्री राम जानकी राजपूत सामुदायिक त्रिमूर्ति चौराहा ढकना पर नवल सिंह तोमर फौजी गाडरखेड़ी द्वारा ध्वजारोहण किया गया जिसमें राजपूत समाज के गणमान्य नागरिक उपस्थित हुए इसके बाद भुजरिया मिलन कार्यक्रम आयोजित किया गया।इसी प्रकार नगर के सभी सरकारी कार्यालयों में प्रमुखों ने ध्वजारोहण किया तथा शासकीय एवं निजी स्कूलों में संचालकों ने तथा अनेक सामाजिक तथा निजी संस्थानों में भी ध्वजारोहण किया गया । सभी स्थानों पर ध्वजारोहण कार्यक्रम में गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
सुभाषनगर के दुर्गा चौक पर झण्डा वन्दन किया गया
युवा नेता हरीश मालवीया के तत्वावधान में भारतीय राष्ट्रीयता के पावन पर्व स्वतंत्रता दिवस के अमृतमहोत्सव के उपलक्ष्य में 15 अगस्त को नगर सलामतपुर के सुभाषनगर के दुर्गा चौक पर झण्डा वन्दन किया गया।
हरीश मालवीया ने अपने क्षेत्र के शीतल दीन, हरप्रसाद, रामगणेश मालवीया, चुन्नीलाल अहिरवार, मूलचंद यादव, कैलाश शर्मा, मुनाब्बर खान, हरिराम अहिरवार, इदरीश भाई,सुभान भाई, इनायत खां, सीताराम दादा,मकसूद मंसुरी आदि वरिष्ठजनों से झण्डा वन्दन करवाया।
वहीं युवा नेता हरीश मालवीया ने सभी वरिष्ठजनों का पुष्प माला व कुमकुम से तिलक लगाकर लगाकर सम्मान किया। और कहा कि आप सभी के मार्गदर्शन से ही इस पुण्य कार्य करने की प्रेरणा मुझे मिली है जिसे हम आज अमृतमहोत्सव के रूप में मना रहे हैं।हरीश मालवीया ने सभी के साथ मिलकर भारत माता की आरती उतारी। साथ में राष्ट्रपिता गाँधी, भीमराव अंबेडकर की तस्वीर का कुमकुम से तिलक लगा माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया।बालिकाओं द्वारा राष्टगान गा सभी के द्वारा तिरंगे को नमन किया।युवा नेता हरीश मालवीया द्वारा मंच के माध्यम से सभी शहीदों की कुर्बानियों को याद किया उन्होंने कहा कि देश को आज़ादी अमर शहीदों के वलिदान से प्राप्त हुई। तब कहीं जाकर हमें आज़ादी की प्राप्ति हुई। तब जाकर हमें पड़तंत्रा की बेड़ियों से मुक्ति मिली इसीलिए हमें हर एक राष्ट्रीय पर्व को पूर्ण उत्साह से मनना चाहिए। आज़ादी के इस अमृतमहोत्सव क दौरान राष्ट्र भक्तों के उत्साह और उमंग के आगे भारी बारिश भी हार मान गई।वहीं अपने वक्तव्य से हरीश मालवीया ने झाँसी की रानी मर्दानी लक्ष्मीबाई के सम्मान में राष्ट्र की महान कवित्री कविता तिवारी की लिखी हुई ” वलिदान सदा याद रहेगा अमर मर्दानी लक्ष्मी बाई का “कविता का उध्बोधन कर सभी के ह्रदय में देशभक्ति की भावना एवं शहीदों के वलिदान को जाग्रत कर दिया।हरीश मालवीया ने अपने उध्बोधन में कहा की आज राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस के समय झण्डा वन्दन की ये शुरुवात है “मैं रहूँ न रहूँ भारत ये रहना चाहिए “पंक्ति का उदाहरण देकर भावना जताई कि प्रतिवर्ष कर्यक्रम मिल जुलकर सभी को करना चाहिए, एवं राष्ट्र के गौरव का बढ़ाना चाहिए।
क्षेत्र के सभी जाती- धर्म के लोगों ने राष्ट्रीय तिरंगे के नीचे खड़े हो अनेकता में एकता हिन्द की विशेषता का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत कर राष्ट्र एवं राष्ट्रीय तिरंगे का सम्मान किया।इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से कैलाश पंकज, राधेश्याम वंशकार, प्रीतम मालवीय, राकेश मीना, उत्तम अहिरवार, दुलारे खान, हलीम खान, दिलीप मालवीय, अनिल सेंगर, जीशान बेग, रमेश कोरी, किशोरीलाल, इंदर लोधी, कमल जोशी, गोपाल सिसोदिया, दसरथ विश्वकर्मा, सतीश ठाकुर, दिनेश वेदी, पिंटू वंशकार, मनोज, दीपक अहिरवार, नफ़ीश खान, सुरेश, महेश, जहूर, नदीम, सुरेन्द्र वेदी, देवेश वेदी, महेंद्र अहिरवार, अमन, अनीस, अनिकेत, अभिषेक, सूरज कोरी, मुकुल, अभिजीत, दीपक वेदी, संतोष वंशकार महिलाएं एवं बच्चे शामिल रहे। क्षेत्र के सभी लोगों माताओं बहनों, वरिष्ठजनों ने हरीश मालवीया को शुभाशीष प्रदान कर कहा कि आज आज़ादी के अमृतमहोत्सव के उपलक्ष्य में झण्डा वन्दन जैसा गौरव का कार्य कर हमारा मस्तक गर्व से ऊँचा कर दिया।