दबंगों का तालिबानी कारनामा, वोट नहीं मिले तो नष्ट कर डाले आदिवासी बस्ती के हेंडपम्प,पंचायत का टेंकर भी कब्जे में लिया
–सहरिया क्रांति के साथ थाने पहुंचे सेंकडों आदिवासी
-कलेक्टर ने कहा- करेंगे कठोर कार्यवाही
शिवपुरी।दबंगों के पक्ष में चुनाव परिणाम न आने का खामियाजा आदिवासियों को तालिबानी अंदाज में जुल्म सहकर भोगना पड रहा है। अभी हाल ही हरिपुर मुबारकपुर में आदिवासियों के पानी पीने के साधनों को दबंगों ने इसलिए नष्ट कर दिया था क्योंकि उनके प्रत्याशी को मनमाफिक वोट नहीं मिल पाए थे,अब सुरवाया पुलिस थाना से चंद कदम की दूरी पर स्थित सहरिया आदिवासियों को गाँव के दबंग इस बात पर सता रहे हैं कि उन्होंने दो पत्ती वाले को वोट क्यों नहीं दिए पिछले 2 दिन से उनका पानी बंद कर दिया है।
आदिवासी बूँद बूँद पानी को परेशान हो रहे हैं। आज सुरवाया थाना पहुंचे पूरे सुरवाया गाँव के आदिवासियों ने पुलिस को अपने साथ होने वाली ज्यादतियों की शिकायत की व मामला दर्ज करने की मांग की है मौके पर पहुंचे सहरिया क्रांति संयोजक ने भी जिला कलेक्टर को पूरे मामले से अवगत करा दिया है उन्होंने शीघ्र कार्यवाही की बात कही है।
जानकारी अनुसार आज सेंकडों की संख्या में एकत्रित सहरिया आदिवासी समुदाय के महिला पुरुष दबंगों के तालिबानी फरमान के विरुद्ध सुरवाया थाना पहुंचे और वहां जाकर अपने साथ हो रहे जुल्म -अत्याचार की शिकायत की थाने पहुंचे आदिवासियों ने बताया कि गत दो दिवस पहले हुई मतगडना में गुर्जर समुदाय का जो प्रत्यासी दो पत्ती चुनाव चिन्ह पर खडा हुआ था उसे पता चला कि सुरवाया गाँव के सहरिया आदिवासियों ने उसे एक भी वोट नहीं दिया, इसी बात से गुस्सा, दबंग गुर्जरों ने एक राय होकर पहले तो आदिवासियों को अपने कुआँ से पानी भरने से रोक दिया व जातिसूचक गालियों से अपमानित कर भगा दिया, इसके बाद उन्होंने तालबानी फरमान सुनाते हुए एलान किया कि इन छोटी जाति वाले सहरिया आदिवासियों के दिमाग ज्यादा चलने लगे हैं अब इनको बूँद-बूँद को तरसा देते हैं ।
इसके बाद रात को सुरवाया गाँव में लगे सरकारी हेंडपम्पों की जंजीरें तोडकर उन्हें खराब कर डाला गया जिससे सहरिया आदिवासी पानी न भर पायें दबंगों ने पंचायत के टेंकर को अपने कब्जे में लेकर अपनी बाखर में खडा कर लिया व लोगों को पूरी तरह पानी से वंचित कर दिया। पानी से परेशान आदिवासियों की जब पंचायत सचिव व राजस्व अमले ने कोई सुनवाई नहीं की तो आज उन्होंने एकजुट होकर सुरवाया थाने की ओर कूच किया उन्होंने थाना प्रांगण में एकत्रित होकर पानी दो, पानी दो हमको भी जीने दो, के गगनभेदी नारे लगाये उन्होंने पूरे घटनाक्रम से सुरवाया थाना पुलिस को अवगत करा दिया है पुलिस ने संदेहियों के नाम लिखकर उनकी तलाश शुरू कर दी है। आदिवासियों की सूचना पर सहरिया क्रांति संयोजक संजय बेचैन भी मौके पर पहुंचे व गाँव का भ्रमण कर पूरा मामला समझा उन्होंने जिला कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह को आदिवासियों पर तालबानी अंदाज में ढाए जा रहे अत्याचारों की सूचना दी जिस पर कलेक्टर ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए तत्काल दोषियों पर कार्यवाही की बात कही, साथ ही पेयजल व्यवस्था सुचारू करने का आश्वाशन दिया है। सहरिया क्रांति सदस्यों का कहना है कि जल आभाव में कोई मौत होती है तो उसका जिम्मेदार प्रशासन होगा।
अभी-अभी
जिला कलेक्टर ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए , गांव में पंचायत के टेंकर से जल प्रदाय प्रारम्भ करा दिया है, वहीं दबंगों पर क्या कार्यवाही हुई ये जानकारी नहीं लग सकी है