सांची रायसेन से देवेंद्र तिवारी
आये दिन स्वच्छता के संदेश देखने सुनने को मिल जाते हैं परन्तु इन दिनों नगर की पेयजलापूर्ति लाइन गंदगी भरा पेयजल उगल रही है तब आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कैसे स्वच्छता कैसे स्वस्थ रहा था सकेगा । अधिकारी कर्मचारी कुछ तो चुनाव ड्यूटी निभा रहे हैं तो कुछ मजे मार रहे।
जानकारी के अनुसार जहां शासन प्रशासन स्वच्छता स्वस्थ साफ सफाई रखने की कवायद में जुटा हुआ है तथा अनेक अधिकारी कर्मचारी आने वाले पंचायत चुनाव व नगरीय निकाय चुनाव में अपनी ड्यूटी निभाते दिखाई दे रहे हैं तो दूसरी ओर कुछ कतिपय अधिकारी कर्मचारी खुलेआम राजनीति में भी अहम भूमिका निभाते दिखाई दे जाते हैं तब नगर वासियों को मिलने वाली मूलभूत सुविधाएं तहस नहस हो कर रह गई है जिसका खामियाजा नगर वासियों को भुगतना पड़ रहा है इन दिनों नगर में प्रदाय की जाने वाली पेय जलापूर्ति की क ई जगह लाइन नालियों में पड़ी हुई है तथा क ई जगह लाइन गंदगी में पडी हुई है तो अनेकों जगह लाइन लीकेज भी हो चुकी है जिससे नगर वासियों को गंदगी भरा पानी तथा बदबू दार प्रदाय हो रहा है ऐसा भी नहीं है कि नगर परिषद प्रशासन को इसकी जानकारी न हो बावजूद इसके किसी को देखने की फुर्सत नहीं मिल पा रही है जहां सरकार व प्रशासन स्वस्थ रखने की कवायद में जुटा है तब यह कवायद धरी की धरी रह जाएगी इसी के साथ ही इस गंदगी भरे पानी तथा बदबू दार जलापूर्ति से नगर वासियों के सामने गंभीर बीमारी फैलने का अंदेशा खड़ा हो गया है जबकि लगातार नगर वासी जलापूर्ति के दरों का समय समय पर भुगतान करते रहे हैं परन्तु सुविधा को दरकिनार कर दिया गया है बताया जाता है इस नगर की जलापूर्ति से सम्बंधित बेखबर बने हुए दिखाई दे रहे हैं जबकि जलापूर्ति पर लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं परन्तु किसी को नहीं पता कि कहा ख़र्च हो रहे हैं । वैसे भी नगर अनेकों समस्याओं से जूझ रहा है तथा नलों से लगातार गंदगी भरा बदबू दार पानी पीने को मजबूर होना पड़ रहा है वर्षों से पेयजलापूर्ति करने के पूर्व न ही कभी पेयजलापूर्ति करने के पूर्व बोरो में पानी स्वच्छ रखने के लिए डाली जाने वाली दवा का ही कहीं कोई आता पता ही रह पाता बताया जाता है कागजों में ही पानी की दवा की खरीद फरोख्त कर इतिश्री कर ली जाती जिसका खामियाजा सीधे तौर पर जनता को ही भोगना पड़ता है ।