शहीद भवन में नटराज कथक कला अकादमी के कार्यक्रम फुलवारी का आयोजन
भोपाल। नटराज कथक कला अकादमी के प्रतिष्ठित आयोजन फुलवारी का भोपाल के शहीद भवन में वरिष्ठ रंगकर्मी एवं मध्य प्रदेश स्कूल ऑफ ड्रामा के पूर्व निदेशक आलोक चटर्जी ने दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया।
फुलवारी के आयोजन का यह चौथा चरण हैं। कोरोना के चलते दो वर्ष के अंतराल से इस वर्ष 5 जून पर्यावरण दिवस को फुलवारी का आयोजन किया गया। यह वर्ष आजादी का अमृत महोत्सव वर्ष भी है। इसके चलते कला के माध्यम से प्रकृति के संवर्धन का संदेश दिया गया। मंच पर शुद्ध कथक नृत्य की प्रस्तुति की गई। रायगढ़ घराने की तीनताल में निबद्ध बंदिशों पर अपर्णा चतुर्वेदी ने अपनी शिष्याओं के साथ प्रस्तुति की। कार्यक्रम की शुरुआत कृष्ण वंदना से हुई। कवि कुमार विश्वास की रचना पर अपर्णा चतुर्वेदी ने भावपूर्ण प्रस्तुति से दर्शकों को मुग्ध कर दिया। इसके उपरांत पंचतत्व मंगलम की प्रस्तुति हुई। राग भूपाली से आरंभ के बाद बीच में राग कलावती, मियां मल्हार का प्रयोग किया गया है। राग यमन से प्रस्तुति का समापन हुआ। नृत्य गुरु एवं कथक नृत्यांगना श्रीमती अपर्णा चतुर्वेदी के निर्देशन में तैयार इस प्रस्तुति में उनके साथ स्वर्णिमा चौहान, संस्कृति चौहान, वत्सला चौबे, दिवि जैन, वैभवी चौकीकर, आहना, जिया बिष्ट, इशिता चतुर्वेदी ने मंच पर कला का प्रदर्शन किया।
तबले पर संगत शाहनवाज ने की। हारमोनियम पर संगत के साथ गायन दुर्गेश पांडे ने किया तथा बांसुरी पर विद्याधर आम्टे ने संगत की।
कार्यक्रम के दूसरे भाग में काव्य पाठ हुआ। जिसमें श्रीमती रक्षा चौबे तथा युवा कवि निशांत उपाध्याय ने अपनी कविताओं का पाठ किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मैत्री चतुर्वेदी ने किया