उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के विस्तार भवन के निर्माण कार्य का किया निरीक्षण
रीवा । उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने सुपर स्पेशलिटी अस्पताल रीवा के विस्तार भवन के निर्माण का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिये कि 170 वेड के विस्तार भवन का कार्य पूर्ण गुणवत्ता के साथ किया जाना सुनिश्चित करायें। श्री शुक्ल ने कार्य को गति देने के निर्देश दिये। इस दौरान निर्माण एजेंसी के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
सर्किट हाउस निर्माण कार्य का किया निरीक्षण
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने निर्माणाधीन रीवा सर्किट हाउस का निरीक्षण किया तथा निर्देश दिये कि सभी शेष कार्य 11 दिसंबर तक पूरा किया जाना सुनिश्चित करायें। उन्होंने बताया कि आगामी 12 दिसंबर को महामहिम राज्यपाल महोदय द्वारा सर्किट हाउस का लोकार्पण प्रस्तावित है अत: सभी कार्य तय समय सीमा में पूरा करा लिये जांय।
उल्लेखनीय है कि राजनिवास परिसर में नवीन सर्किट हाउस 2100 वर्ग मीटर में 6 करोड़ 50 लाख रूपये की लागत से निर्मित किया जा रहा है जिसमें 5 सुईट रूम तथा एक सामान्य रूम के साथ ही किचन, डायनिंग एरिया, लिफ्ट आदि का भी प्रावधान है। नवीन सर्किट हाउस के निर्माण में वास्तुकला को प्राथमिकता देते हुए ठहरने वाले अतिथियों की सुविधा के अनुरूप फर्निसिंग कार्य किया गया है। वाह्मय विकास कार्यों के साथ ही आकर्षक लान भी विकसित किया जा रहा है।
आपदा प्रबंधन के लिये बनाई जाने वाली कार्ययोजना आदर्श भूमिका का निर्वहन करेगी
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि आपदा प्रबंधन के लिये बनाई जाने वाली कार्ययोजना आपदा के समय आदर्श भूमिका का निर्वहन करेगी। इस कार्यशाला के माध्यम से जिला एवं ब्लाक स्तर तक के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के बीच आपदा के समय समन्वय से कार्य करने का मार्ग प्रशस्त करेगी। उप मुख्यमंत्री ने यूनिसेफ के सहयोग से रीवा जिले में प्रदेश की प्रथम कार्यशाला का शुभारंभ किया।
श्यामशाह मेडिकल कॉलेज सभागार में आयोजित कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री एवं प्रदेश के लिए स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि आपदा के समय शासन, प्रशासन तथा स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ ही स्वास्थ्य विभाग का आपस में समन्वय आवश्यक है ताकि जन एवं धन हानि को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि अन्र्तराष्ट्रीय संस्था यूनिसेफ के माध्यम से आयोजित कार्यशाला में जो कार्य योजना बनेगी वह मानव जाति तथा शासकीय परिसम्पतियों के हित में एवं प्रशासन व समाज के साथ समन्वय बनाने में आदर्श भूमिका का निर्वहन करेगी। कार्यशाला से मिलने वाले परिणाम समन्वय आपदा प्रबंधन के लिये किये जाने वाले कार्यों में अहम भूमिका का निर्वहन करेगी एवं मील का पत्थर साबित होगी। इस अवसर पर यूनिसेफ के प्रतिनिधि तथा चिकित्सक उपस्थित रहे।