अनुराग शर्मा सीहोर
सीहोर के ग्राम लसूड़िया परिहार में सांपों की पेशी लगती है। जहां सांप आकर बताता है कि उसने किसी व्यक्ति को क्यों काटा। चमत्कार देखने दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं इसमे हजारो की संख्या में कई लोग आते हैं
सांप ने कहा मेरी पूछ पर रखा था पैर इसलिए काटा
जिले के ग्राम लसूड़िया परिहार में आज भी सर्पदंश से पीड़ित लोग स्वस्थ्य होने के लिए मंदिर जाते हैं इसे आस्था कहें या अंधविश्वास इससे मंदिर पहुंचने वाले लोगों को कोई फर्क नहीं पड़ता ये प्रथा पिछले 100 वर्षों से चली आ रही है पेशी के दौरान नाग मानव शरीर में आते हैं और डसने की वजह भी बताते हैं कोई कहता है पूछ पर पैर रखा था तो कोई कहता है परेशान किया था नागों की अदालत का यह नजारा हर साल यहां दीपावली के दूसरे दिन पड़वा को देखने को मिलता है जिसे देखने के लिए लोग भारी संख्या में यहां पहुंचते हैं लसूड़िया परिहार गांव में प्रदेश भर से सांप के काटने से पीड़ित लोग पहुंचते हैं पेशी के दौरान सांप के काटने का कारण जानने के अलावा फिर ऐसी घटना न हो इसके लिए वचन भी लिया जाता है
आज शुक्रवार को यहां नजारा काफी चौकानें वाला नजर आ रहा था, क्योंकि जैसे ही सांप की आकृति बनी थाली को नगाडे की तरह बजाना शुरू किया गया वैसे ही जिन लोगों को कभी भी सांप ने काटा था वह झूमने लगे सभी सर्पदंश के पीड़ित झूमते हैं और एक-एक कर हर पीड़ित को पंडित के सामने आया जाता है माना जाता है कि पीड़ित के शरीर में उस समय वह नाग होता है पंडित उस नाग से सवाल पूछते हैं सांप ने क्यों काटा यह सवाल भी पूछा जाता है। इस दौरान सांपों के बताया कि उसने पीड़ित को क्यों काटा। साथ ही पीड़ित ने वचन दिया कि वो कभी किसी सांप को परेशान नहीं करेंगे सैकड़ों पीड़ितों का उपचार होने से लगातार यहां लोगों की आस्था बढ़ रही है। यहां पीड़ितों के अलावा बड़ी संख्या में नजारा देखने वाले लोग भी पहुंचते हैं