फर्जी शिकायत को आधार बना महिला के खिलाफ हितग्राहियों को भी भड़काया
सुरेंद्र जैन धरसीवा
प्रधानमंत्री आवास को लेकर धरसीवां ग्राम पंचायत के बाद अब ग्राम पंचायत रैता में अनोखा मामला सामने आया है यहां एक महिला के नाम से फर्जी शिकायत को आधार बनाकर पीएम आवास की जारी की गई किस्त को हितग्राहियों के बैंक खाता सीज कर आहरण पर रोक लगा दी गई है और हितग्राहियों को ग्रामीण महिला के खिलाफ भी भड़का दिया गया मानसिक प्रताड़ना से तंग महिला हितग्राहियों के साथ जनपद पंचायत पर पुलिस थाना पहुंची और उसके नाम से झूठी शिकायत करने वाले पर कार्यवाही की मांग की।
जिस महिला के नाम से फर्जी शिकायत की गई उसका नाम भारती वर्मा है भारती वर्मा पीएम आवास के हितग्राहियों के साथ शुक्रवार को जनपद पंचायत और पुलिस थाना पहुंची और उनके नाम से फर्जी शिकायत करने वाले के खिलाफ कार्यवाही की मांग की।
मुझे मानसिक रूप से किया जा रहा प्रताड़ित
ग्रामीण महिला भारती वर्मा ने बताया की उन्हे अकारण ही मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है पीएम आवास के हितग्राही शिवशंकर गोस्वामी पिता श्यामगिरि गोस्वामी रामा यादव पिता केजब यादव का पीएम आवास स्वीकृत हुआ था लेकिन उनके खाते में प्रथम किस्त आने के बाद उनके बैंक खाते सीज कर राशि के आहरण पर जनपद पंचायत ने रोक लगा दी है और उनसे यह कहा गया की भारती वर्मा की शिकायत पर यह सब हुआ है जबकि मैने ऐसी कोई शिकायत की ही नहीं जनपद पंचायत जाकर उन्होंने पूंछा की उनके नाम से फर्जी शिकायत किसने की तो वहां से कोई संतोष जनक उत्तर नही मिला इसके बाद उन्होंने पुलिस थाना में शिकायत की है और मांग की है की उनके नाम से झूठी शिकायत करने वाले पर कार्यवाही की जाए
हितग्राही के किए खाता सीज
पीएम आवास के हितग्राही शिवशंकर गोस्वामी पिता श्यामगिरि गोस्वामी रामा यादव पिता केजब यादव ने बताया की ग्राम सभा से उनके नाम का प्रस्ताव पीएम आवास के लिए गया था लेकिन उन्हें अचानक जनपद पंचायत में पीएम आवास का काम देख रहे जनपद कर्मी बंजारे जी ने बताया की भारती वर्मा की शिकायत पर खाता सीज किए गए है जब भारती वर्मा जी से उन्होंने संपर्क किया तो भारती वर्मा ने बताया की उन्होंने जनपद पंचायत में कोई शिकायत ही नही की है।
जिम्मेदारों ने नही किया काल रिसीव
इस मामले को लेकर इस प्रतिनिधि ने जनपद पंचायत की सीईओ से संपर्क कर उनका पक्ष जानने का प्रयास किया लेकिन उनके द्वारा काल रिसीव नही किया।
बड़ा सवाल कौन कर रहा पीएम आवास साजिश
पहले धरसीवां मुख्यालय की ग्राम पंचायत में ग्राम सभा द्वारा जिन हितग्राहियों के नाम भेजे गए थे उनमें से कुछ ऐसे हितग्राही जो जर्जर कच्चे आवास में रहते हैं उन्हे पक्का मकान बताकर अपात्र बताया गया था और अब रैता पंचायत में एक फर्जी शिकायत को आधार बनाकर कुछ हितग्राहियों के खाता सीज करने का मामला सामने आने के बाद बड़ा सवाल यह है की आखिर कौन इस तरह की साजिश कर रहा है और उनका इसके पीछे क्या स्वार्थ है
एक और जहां प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री हर गरीब को पक्की छत का सपना संजोए बैठे हैं तो दूसरी तरफ पीएम आवास में इस तरह की साजिश रचकर आखिर कौन पीएम आवास में रोड़ा बन रहा है यह समझ से परे है