छोटे रिटर्न के नाम पर दोगुना कमाई का लालच, चीन और सऊदी से जुड़े तार… टेलीग्राम पर ऐसे की जाती थी ठगी
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से साइबर फ्रॉड का बड़ा मामला सामने आया है. साइबर अपराधी लोगों को टेलीग्राम ऐप के जरिए जोड़कर उनसे लाखों रुपए का फ्रॉड कर लेते. ऐसे करते-करते करोड़ों रुपए के फ्रॉड का मामला सामने आया है. इसमें लोगों को ज्यादा पैसे कमाने का लालच दिया जाता था. साइबर अपराधी लोगों से कम पैसे को ज्यादा करने का लालच देते, उसके बाद ठगी कर लेते. शुरुआत में लोगों को अपने झांसे में लेने के लिए अपराधी फ्री में उनसे जुड़ने का ऑप्शन देते थे. जब कोई उनके जाल में फंस जाता तो उसका भरोसा जीतकर लाखों रुपए आसानी से ऐंठ लिए.
यूपी पुलिस ने इस क्राइम में शामिल लोगों के ग्रुप का खुलासा किया है. एप्लीकेशन के माध्यम से करोड़ों की ठगी करने वाले गुजरात के 2 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है. एसपी सिटी के मुताबिक, कुछ आरोपी फरार चल रहे हैं, जिन्हें जल्द गिरफ्तार करने की बात कही है. पुलिस की जांच में साइबर ठगी के तार चीन और सऊदी जैसे देशों से भी जुड़े हैं.
गुजरात से दो आरोपियों को किया गिरफ्तार
मुरादाबाद जिले के सिविल लाइंस में पुलिस लाइन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के आयोजन में एसपी सुभाष गंगवार ने बताया कि दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार, इनमें अर्जुन सिंह और मिलन सदरिया हैं. दोनों आरोपी मूल रूप से अहमदाबाद के रहने वाले हैं. इस ठगी का शिकार हुई चेतना ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
पुलिस ने दोनों आरोपियों को जेल तो भेज दिया, लेकिन चेतना के पैसे उनके अकाउंट में ही रह गए थे. पुलिस ने जब अकाउंट खगाला तो तस्वीर हैरान करने वाली थी. पुलिस ने जब पूरे प्रकरण में इन्वेस्टिगेशन की और पूछताछ में इन दोनों आरोपियों ने पुलिस को बताया कि इनके काम करने का तरीका बिल्कुल अलग है.
यह लोग एक टेलीग्राम एप्लीकेशन के जरिए लोगों को मैसेज भेजते हैं, सोशल मीडिया साइट टेलीग्राम का इस्तेमाल किया जाता है, लोगों को ऐसा विज्ञापन दिया जाता है. हमसे जुड़कर ज्यादा से ज्यादा पैसा कमा सकते हैं, किसी भी नए बंदे को फंसने के लिए फ्री का ऑप्शन भी देते हैं, नया यूजर इनके जाल में फस जाता है, जो शिकायतकर्ता चेतन थी उनके द्वारा ₹2000 लगाए गए थे, चेताना ने ₹2000 इन्वेस्ट करने के बाद ₹600 से अधिक का फायदा को हुआ था, देखते ही देखते चेतना को और पैसे देने को कहा गया. उसने एक दिन में ₹35000 लगा दिए तो उसके पास उसी दिन 47000 पर वापस आ गए थे. षड्यंत्र करने वालों ने कुछ दिन में शिकायतकर्ता से लाखों रुपए ट्रांसफर करा लिए थे. चंद दिनों में 15 लाख रुपए शिकायतकर्ता की तरफ से इन्वेस्ट किए गए थे. अपने साथ हुए साइबर फ्रॉड को लेकर पीड़िता के ने साइबर सेल में शिकायत दी गई थी.