मुकेश साहू दीवानगंज रायसेन
नवरात्र के आखिरी दिन और रामनवमी पर दीवानगंज सहित आसपास ग्रामीण इलाकों के मंदिरों में भक्तों को काफी भीड़ लगी रही। सुबह 5 से ही खेड़ापति हनुमान मंदिर दीवानगंज , अंबाडी के मढ माता मंदिर, सेमरा के माता मंदिर पर जल चढ़ाने वाले भक्तों की दोपहर तक भीड़ लगी रही। सुबह होते ही मंदिरों में घंटियों और शंख की गूंज सुनाई देने लगी। कतारबद्ध होकर श्रद्धालुओं ने मंदिरों में पूजा अर्चना की। पूरे विधि-विधान के साथ पूजा के बाद प्रसाद वितरण किया गया। गांव में घर-घर कन्याओं को बुलाकर भोजन कराया और पैर पढ़ कर आशीर्वाद लिया। कन्याओं को भेट देकर विदा किया। मंदिरों के पुजारियों ने बताया कि नवमी के दिन सिद्धिदायिनी मां यानी सिद्धियों को देने वाली सिद्धिदात्री का पूजन किया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इनकी आराधना से भक्तों को समस्त सिद्धियां की प्राप्ति होती हैं। क्योंकि इसी दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का जन्म हुआ था। इसीलिए इसे राम नवमी कहा जाता है और इस दिन को भगवान राम के जन्मोत्सव के रूप में भी मनाया जाता है। खेड़ापति हनुमान मंदिर दीवानगंज इच्छापूर्ति हनुमान मंदिरों, राम जानकी मंदिर, गुफा मंदिर, पुराना गुरुद्वारा मंदिर दीवानगंज अंबाडी के अयोध्या धाम मंदिर ,गणेश मंदिर , शिव पार्वती मंदिर, सेमरा के हनुमान मंदिर आदि मंदिरों में नवरात्र में विशेष तैयारियां की गई थी। कई मंदिरों मैं कन्याओं को भोजन कराया गया तो कई मंदिरों में भंडारे के आयोजन हो रहे हैं।