इंदौर । स्वच्छता में लगातार नंबर वन आने के बाद अब बेहतर ब्रांडिंग में भी इंदौर का नाम छाया हुआ है। इंदौर में दो बड़े आयोजन हुए प्रवासी भारतीय सम्मेलन और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआइएस)। इन दो बड़े आयोजनों के बाद इंदौर का नाम और भी ज्यादा बेहतर हो गया है। खान-पान से लेकर आइटी और स्टार्टअप के साथ इस शहर को अब विदेशी भी जानना चाहते हैं। इसका उदाहरण खुद इंटरनेट में देखने को मिल रहा है।जानकारी के लिए बता दें कि गूगल पर इंदौर नाम काफी सर्च किया जा रहा है। वर्ष 2020 में इंदौर नाम को इंटरनेट पर सवा दो लाख लोगों ने खोजा था।
इसके बाद वर्ष 2021 में ये आंकड़ा 5.5 लाख बार सर्च किया गया। वर्ष 2022 दिसंबर तक की बात करें तो इसने पिछले दो साल के सभी रिकार्ड तोड़ दिए हैं। बता दें कि पिछले साल इंदौर का नाम गूगल पर करीब 15 लाख बार खोजा गया था।बता दें कि वर्ष 2021-22 में देश के साथ-साथ विदेश के लोगों का ध्यान भी इंदौर की ओर आकर्षित हुआ है। अब लोग पहले से ज्यादा इस शहर को जानने के लिए गूगल पर खोज रहे हैं। सर्च इंजन के साथ ही इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर दो साल में 30 प्रतिशत ट्रैफिक बढ़ा है।
इसमें वीडियो कंटेंट को सबसे ज्यादा पसंद किया गया है। जनसंख्या के लिहाज से देखा जाए तो शहर के 70 फीसदी लोग इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं विदेश के लोग भी यहां के जगह और स्थलों को जानने के लिए इंदौर नाम काफी सर्च कर रहे हैं।इंदौर में आने वाले बाहर के लोग इंटरनेट पर इंदौर नाम से कई स्थल को सर्च कर रहे हैं। इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म के एनालिटिक्स रिपोर्ट में भी बाहर के शहरों से इंटरनेट ट्रैफिक इंदौर की ओर बढ़ रहा है।
खाने-पीने से लेकर पर्यटन और धार्मिक क्षेत्रों को सबसे ज्यादा सर्च किया जा रहा है।डिजिटल मीडिया विशेषज्ञ शशांक चौरे के मुताबिक, पहले शहर के लोग जब विदेश में अपने ग्राहकों से बात करते थे तो उन्हें मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के निवासी के रूप में परिचय देते थे। लेकिन अब इंदौर नाम लेने पर ही विदेशी समझ जाते हैं।
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