सत्येंद्र जोशी रायसेन
किसानों ने महंगे दामों पर बीज लेकर प्याज लगाई। जिससे प्याज की बंपर पैदावार हुई। दाम नहीं मिलने की वजह से किसान प्याज को रोके रहे और अब प्याज खराब हो रही है। अत्यधिक किसानों ने प्याज को इधर-उधर फेंक दिया है। जिससे वातावरण भी दूषित हो रहा है।
एक समय सरकार को गिरा देने वाली प्याज अब किसानों को रुला रही है। रायसेन के कई गांवों में भाव नहीं मिलने से प्याज सड़ गई। हजारों क्विंटल प्याज इधर-उधर नालों में फेंकने से वातावरण दूषित हो रहा है। सांची ब्लॉक के मिनी नासिक कहे जाने वाले ग्राम पेमत, ब्यावरा, धनोरा में किसानों की हजारों क्विंटल प्याज सढ गई। कई किसान गिली प्याज को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि नई फसल धान आने वाली है। रवि फसल बोनी की तैयारी करना है। जेब में पैसे नहीं है हालात बहुत खराब हो रहे हैं। मिनी नासिक कहे जाने वाले हमारे गांवों में प्याज के दाम नहीं मिलने की वजह से स्थिति दयनीय होती जा रही है।