रायसेन। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने BSC नर्सिंग महाविद्यालय मैं द्वितीय चरण की काउंसलिंग को निरस्त करने के संबंध स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी को दिया ज्ञापन दिया।
जिला संयोजक शुभम उपाध्याय ने बताया है कि शिवराज सरकार के राज में फिर छात्रों के साथ धोखा किया गया।सरकार ने BSC नर्सिंग महाविद्यालय मैं द्वितीय चरण की काउंसलिंग निरस्त कर दी।जिससे मप्र की BSC नर्सिंग महाविद्यालय मै अध्ययन रत छात्राओं का भविष्य अंधकार मय हो गया है।
दिये गए ज्ञापन में कहा गया है कि शासकीय बी.एस.सी नर्सिंग महाविद्यालय प्रथम वर्ष की छात्राएं है। अभी हाल ही में हमें ऑफलाइन नोटिस के माध्यम से पता चला है कि द्वितीय चरण की काउंसलिंग के दौरान छात्राओं का एडमिशन निरस्त कर दिया गया है। पूरे मध्यप्रदेश में 145 छात्राएं है, जो कि हम शासकीय बी.एस.सी नर्सिंग सेंटर में अध्ययनरत है और भी 20 जनवरी 2022 को पता चला कि आंवटन रदद कर दिया गया है। जिससे छात्राए अत्यधिक परेशान है, अगर इससे परेशान होकर छात्राएं कुछ गलत कदम उठाती है, तो पूरी जम्मेदारी मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार की होगी।
हालांकि उक्त छात्राओं ने सीएम हेल्पलाइन 181 पर शिकायत करना चाहा तो छात्राओं का कॉल काट दिया गया। इस प्रकार मध्यप्रदेश सरकार (शिवराज सरकार) द्वारा छात्राओं को धोखा दिया जा रहा है, जो कि छात्राओ के भविष्य से खिलवाड किया जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान छात्र-छात्राओं से भांजे-भांजियां कहते हुए थकते है और एक दूसरी ओर उनके हक को भी छीना जा रहा है, यह बहुत ही निंदनीय है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इस बात का पुरजोर विरोध करती है, अगर जल्द से उक्त आवंटन निरस्ती के आदेश वापिस नहीं लिए जाते है तो अखिल भारतीय विद्यार्थी नर्सिग छात्राओं के हक में आंदोलन एवं धरना प्रदर्शन करने मजबूर होंगे, जिसकी समस्त जबाब देही शासन प्रशासन की होगी।
ज्ञापन देने वालो में में जिला सयोजक शुभम उपाध्याय, गोलू नाथ योगी ,शुभम बघेल, सचिन परोचे , बरुन तिलचोरिया, दीपक तिवारी , खुशवंत विश्कर्मा , सुमित धाकड़ , अजय कीर , मुस्कान कुसवाह ,रोहित पटेल , अमर चौधरी शामिल थे।