Let’s travel together.

गीदगढ़ में भी लगता हे महाशिवरात्रि पर विशाल मेला

0 240

मुकेश साहू दीवानगंज रायसेन
दीवानगंज से 5 किलोमीटर भोपाल तरफ गीदगढ़ की गुफा प्रसिद्ध है वैसे तो आपने कई चमत्कारी जगह के बारे में सुना होगा और देखा भी होगा। मगर हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी एक अलग ही पहचान है। भोपाल से लगे हुए रायसेन जिले के सांची जनपद के अंतर्गत आने वाले ग्राम गीदगढ़ के घने जंगलों के बीच पहाड़ी के पास एक ऐसा प्राचीन और प्राकृतिक कुंड है जिसमें 12 महीने पानी भरा रहता है। महाशिवरात्रि पर यहां विशाल मेला का आयोजन होता है। महाशिवरात्रि के उपलक्ष में शिव बारात ढोल नगाड़ों के साथ निकाली जाती हे।

आज के समय में जहां वाटर लेवल डाउन होता जा रहा है ऐसे में महज 20 फुट गहरे कुंड में वर्ष भर पानी कैसे रहता है क्या यह वाटर हार्वेस्टिंग की कोई तकनीक है। जिससे साल भर इस कुंड में पानी बचा रहता है । जब क्षेत्र के आसपास के ट्यूबवेल, कुआं, तालाब सूख जाते हैं उस वक्त भी इस कुंड का पानी कभी भी खत्म नहीं होता है। प्राकृतिक कुंड की गहराई मात्र 20 फीट है
इस प्राकृतिक कुंड से ऊपर पहाड़ पर एक गुफा है गुफा के अंदर शंकर जी का एक प्राचीन मंदिर है इस गुफा मंदिर की यह भी मान्यता है कि यहां पर कई वर्ष पहले एक मोनी बाबा रहते थे जो इस गुफा के अंदर से ही एक सुरंग थी जिससे वह होशंगाबाद जाते थे और नर्मदा जी में स्नान करके वापस आते थे। और वहीं से पानी लाते थे और यहां पर मंदिर में शंकर जी को नहलाते थे। इस स्थान पर साल में एक बार शिवरात्रि पर मेला भरता है और एक बार यहां पर गांव वाले भंडारा भी कराते हैं। इस कुंड के पास गांव के लोगों ने एक मंदिर भी बना दिया है। यहां पर काफी तादाद में लोग आते हैं। और इस कुंड के पानी से ही वह लोग अपनी प्यास बुझाते हैं। यहां पर ऐसी भी मान्यता है कि कुंड का पानी पीने से रोग भी दूर हो जाते हैं। कई ग्रामीण दूर-दूर से आकर इस जगह के दर्शन करते हैं और कुंड का पानी पीते हैं।
मंदिर में रहने वाले पुजारी चरणदास बताते हैं की मैं 32 साल से यहां पर हूं मैंने आज तक इस कुंड को कभी खाली नहीं देखा है। यह कुंड प्राकृतिक और प्राचीन है। यहां पर किसी को भी पता नहीं कि यह कितना पुराना है। प्राचीन और प्राकृतिक कुंड के बारे में यह भी कहा जाता है कि यह कुंड का कनेक्शन नर्मदा जी से है। कुंड में पानी नर्मदा जी से आता है। अब इस बात में कितनी सच्चाई है यह शोध का विषय है। मगर कुछ तो चमत्कार है जो पहाड़ी के किनारे जंगलों के बीचो बीच में सिर्फ 20 फीट गहरे प्राकृतिक कुंड में हमेशा पानी रहता है तब जब गर्मी के मौसम में क्षेत्र के 300 फीट तक के बोरवेल फेल हो जाते है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.

लायंस क्लब ने रक्तदान शिविर का आयोजन कर मनाया क्लब सचिव का जन्म दिवस     |     आईएफएमआईएस में कर्मचारियों का प्रोफाइल समग्र आईडी से सत्यापित एवं आधार से होगा लिंक : उप मुख्यमंत्री श्री देवड़ा     |     उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने पद्मश्री से सम्मानित बैगा चित्रकार जोधइया बाई के निधन पर गहन शोक व्यक्त किया     |     रामलीला मेले के दूसरे दिवस शहर में धूमधाम के साथ निकली शिव बारात     |     प्रसिद्ध तबला वादक और पद्म विभूषण सम्मानित उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन पर उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने व्यक्त किया शोक     |     उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने पद्मश्री पुरस्कृत जोधइया बाई के निधन पर व्यक्त किया शोक     |     दो करोड़ 14 लाख से अधिक मूल्य की अवैध शराब आबकारी विभाग ने बुल्डोज़र चलाकर की नष्ट     |     कूटरचित दस्तावेजों से ट्रक विक्रय करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का किया पर्दाफाश     |     सांची विश्वविद्यालय में सरदार वल्लभ भाई पटेल पुण्यतिथि पर विशेष व्याख्यान     |     दुर्घटना रोकने एवं सुरक्षा की दृष्टि से लगी रैलिंग हुई तहसनहस      |    

Don`t copy text!
पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9425036811